नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के दैनिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुलेटिन के अनुसार आज शाम 4 बजे, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 254 दर्ज किया गया, जबकि 15.05.2023 को शाम 4 बजे यह 162 था, यानी सूचकांक में 92 अंकों की वृद्धि हुई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के अंतर्गत कार्रवाई शुरू करने के लिए उप-समिति ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के वर्तमान वायु गुणवत्ता परिदृश्य का जायजा लेने और तकनीकी आकलन करने के लिए आज बैठक की।
साथ ही साथ भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम)/भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) द्वारा दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की समग्र वायु गुणवत्ता से संबंधित विशेषज्ञों के सुझाव भी प्रस्तुत किए गए। इस क्षेत्र में वायु गुणवत्ता परिदृश्य की समीक्षा करते हुए, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा सूचित किया गया कि, “16.05.2023 की सुबह से हरियाणा और दिल्ली में बहने वाली तेज़ हवाओं के कारण धूल कणों की सघनता में काफी वृद्धि हुई है। ये हवाएं उत्तर-पश्चिम/पश्चिम दिशाओं से चलीं और औसतन हवा की गति 06 से 18 किलोमीटर प्रति घंटे थी, साथ ही तेज हवाएं (हवा की गति 30-45 किलोमीटर प्रति घंटा) भी चलीं थीं। सुबह 4 बजे पीएम10 कणों की सघनता 141 माइक्रो-जी/एम3 थी और सुबह 7 बजे यह बढ़कर 796 माइक्रो-जी/एम3 हो गई। तेज हवाएं 16.05.2023 और 17.05.2023 को जारी रहने की संभावना है।”
श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) की उप-समिति ने इस पर विचार करते हुए, वायु गुणवत्ता परिदृश्य की व्यापक समीक्षा करने के बाद इसे एक असाधारण प्रासंगिक घटना के रूप में रेखांकित किया है जिसके कारण पूरे दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में परिवेशी वायु में धूल का लगातार फैलाव हुआ है और 1-2 दिन में सुधार होने की संभावना है। 18.05.2023 को वर्षा की भी संभावना है। उप-समिति आने वाले दिनों में स्थिति पर कड़ी नजर रखेगी और इस के अनुसार दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के वायु गुणवत्ता परिदृश्य की समीक्षा करेगी।
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं