नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आज से शुरू हो गई है. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही का विरोध किया. विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आप सरकार अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर के मसले पर सदन में परिचर्चा कराना चाहती है. यह पूरी तरह से तय नियमों के खिलाफ है. उन्होंने स्पीकर दिल्ली से जुड़े मसलों पर बहस कराएं. इस पर डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान ने सदन में हंगामा मचा रहे विधायकों से कहा कि विधानसभा कोई राजनैतिक अखाड़ा नहीं है. न ही हम इसे ऐसा होने देंगे.
दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि मैं उपराज्यपाल द्वारा लिखे गए पत्र का समर्थन करता हूं. आप एक विधानसभा बताइए जहां प्रश्नकाल नहीं होता हो. डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान ने कहा कि क्या आपने आज का बुलेटिन पढ़ा है? आगे रामवीर सिंह बिधूडी ने कहा कि मैंने 12 नोटिस दिया है. इसके जवाब में डिप्टी स्पीकर ने कहा कि मैं इन नोटिस को स्वीकार नहीं कर पा रही हूं. कार्यसूची में जो विषय दिए गए हैं, उन्हीं पर चर्चा होगी.
सत्र बुलाना विधानसभा स्पीकार का विशेषाधिकार
डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान ने कहा कि एलजी ने 11 अगस्त को सीएम को पत्र लिखकर विधानसभा सत्र बुलाने पर आपत्ति जताई थी. एलजी के पत्रों के इतर विधानसभा का कार्यसंचालन नियमों से होता है. यह विधानसभा स्पीकर का विशेषाधिकार है कि कब सत्र बुलाना है. एलजी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. एलजी विनय सक्सेना को पता होना चाहिए कि जब तक कैबिनेट सिफारिश नहीं करती, नया सत्र नहीं बुलाया जा सकता है. एनसीटी अधिनियम में बजट, मानसून और शीतकालीन सत्र जैसा कोई प्रावधान नहीं है. इस तरह से सत्र बुलाने की कोई अनिवार्यता नहीं है.
साभार : एबीपी न्यूज़
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