लखनऊ. लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी (BJP) की नजर बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के अनुसूचित जाति, जनजाति वोटबैंक पर टिकी हुई है. जिसे देखते हुए पार्टी अनुसूचित जाति सम्मेलन कर रही है. इसकी शुरुआत हापुड़ (Hapur) से खुद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने की. इस दौरान सीएम योगी ने दलितों को रिझाने के लिए बड़ा एलान किया और कहा कि प्रदेश में अब एससी, एसटी की जमीन छीनने कोई नहीं छीन पाएगा. ये परिवार जिस जमीन पर रह रहे हैं उन्हें वहीं का पट्टा दिया जाएगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हापुड़ में बीजेपी द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस बात के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. जहां पर कोई एससी एसटी जाति का व्यक्ति निवास कर रहा है अगर आरक्षित श्रेणी की वो भूमि नहीं है तो उसे उसी जमीन पर मकान बनाने का पट्टा दिया जाएगा. अगर वो आरक्षित श्रेणी की जमीन होगी तो फिर उन्हें दूसरी जगह पट्टा दिलाकर उनके पुनर्वास की पूरी व्यवस्था होगी.
विपक्षी दलों पर लगाए आरोप
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान समाजवादी पार्टी और विपक्षी दलों पर भी जोरदार हमला बोला और कहा कि 2017 से पहले यूपी बीमार राज्य के तौर पर जाना जाता था, यहां दंगे और अराजकता का माहौल था, लेकिन अब यूपी में दंगे नहीं होते हैं. अब दंगाई गले में तख्ती डालकर अपनी जान की भीख मांगते हैं.
सपा-बसपा पर साधा निशाना
सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने दलित उत्पीड़न किया है, वे अब अंबेडकर और कांशीराम के आदर्शों के बारे में बात कर रहे हैं. सही मायने में अगर आप देखेंगे तो बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के विचारों को जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य भी आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हो पाया है. डबल इंजन की सरकार डॉ अंबेडकर के समावेशी विकास के सपने को साकार कर रही है.
साभार : एबीपी न्यूज़
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