नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा (US State Visit) के लिए निकल चुके हैं. पीएम मोदी की ये पहली राजकीय यात्रा है, जिसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने उन्हें न्योता दिया था. ऐतिहासिक यात्रा से पहले पीएम मोदी ने अमेरिका के प्रमुख अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (The Wall Street Journal) को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है. इंटरव्यू में पीएम मोदी ने भारत की विश्व राजनीति में भूमिका, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार और चीन के साथ संबंधों पर बात की है. पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका और भारत के नेताओं के बीच एक अभूतपूर्व विश्वास है.
पीएम मोदी ने विश्व राजनीति में भारत के रोल पर बात करते हुए कहा, भारत एक अधिक ऊंची, गहरी और व्यापक प्रोफ़ाइल और एक भूमिका का हकदार है. भारत किसी देश की जगह लेने की कोशिश नहीं कर रहा है. इस प्रक्रिया को भारत के विश्व में अपना सही स्थान प्राप्त करने के रूप में देखा जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा, आज दुनिया परस्पर कहीं अधिक जुड़ी हुई है और एक दूसरे पर आश्रित है. दुनिया को लचीला बनाने के लिए सप्लाई चेन को अधिक विविधतापूर्ण होना चाहिए.
चीन से संबंध सामान्य होने के लिए अमन-चैन जरूरी
चीन के साथ रिश्तों के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि दोनों पक्षों में सामान्य संबंध होने के लिए सीमा पर अमन-चैन का होना जरूरी है. उन्होंने कहा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास रखते हैं, लेकिन भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है.
हम शांति के पक्ष में- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और दूसरे देशों की संप्रभुता सम्मान करना चाहिए. विवादों को कूटनीति और संवाद से सुलझाया जाना चाहिए, न कि युद्ध से. भारत किस पाले में खड़ा है, इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं, लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं. हम शांति के पक्ष में हैं. दुनिया को पूरा भरोसा है कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है.
सुरक्षा परिषद के विस्तार पर बोले पीएम मोदी
भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थायी जगह की मांग करता रहा है. अभी सुरक्षा परिषद में- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन- पांच स्थायी सदस्य है. पीएम मोदी ने कहा, परिषद की वर्तमान सदस्यता का मूल्यांकन होना चाहिए और दुनिया से पूछा जाना चाहिए कि क्या वह चाहती है कि भारत वहां रहे. रूस-यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी ने कहा, भारत जो कुछ भी कर सकता है, वो करेगा और संघर्ष को समाप्त करने और स्थायी शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के सभी वास्तविक प्रयासों का समर्थन करता है.
जैसा मेरा देश है, वैसा ही दुनिया के सामने पेश करता हूं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, मैं स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाला पहला प्रधानमंत्री हूं. मेरी विचार प्रक्रिया, मेरा आचरण, मैं जो कहता और करता हूं, वह मेरे देश की विशेषताओं और परंपराओं से प्रेरित और प्रभावित है. मुझे इससे अपनी ताकत मिलती है. मैं अपने देश को दुनिया के सामने वैसा ही पेश करता हूं जैसा मेरा देश है और खुद को उसी तरह, जैसा मैं हूं.
साभार : एबीपी न्यूज़
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