इस्लामाबाद. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की पूर्व नेता और संघीय मंत्री शिरीन मजारी ने आरोप लगाया कि सादे कपड़े पहने पुलिस कर्मचारियों और कुछ अन्य लोगों ने रविवार रात को उनकी बेटी का अपहरण कर लिया।
राज्य फासीवाद का कृत्य करार
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों और कुछ लोगों ने रातभर उनकी बेटी इमान जैनब मजारी-हाजिर के घर पर छापेमारी की। उसके बाद उसका अपहरण कर लिया। मजारी ने इसे राज्य फासीवाद का कृत्य करार दिया है।
घर का दरवाजा तोड़ा
मजारी ने आरोप लगाया कि कर्मचारी घर में दरवाजा तोड़कर घुसे। उन्होंने आगे कहा कि रात भर की कार्रवाई के दौरान, पुलिस कर्मियों ने न केवल इमान को गिरफ्तार किया, बल्कि सुरक्षा कैमरे, उसका लैपटॉप और फोन भी जब्त कर लिया।
हर कोने की तलाशी
पूर्व पीटीआई नेता ने दावा किया कि जब उन्होंने घर में घुसे लोगों से पूछा कि वो चाहते क्या हैं। इस पर उन्होंने इमान को खींच लिया और उसके घर के हर कोने की तलाशी लेने लगे। उन्होंने कहा कि जब इमान को पुलिस कर्मचारी ले गए तो वह अपनी नाइटड्रेस में थीं। उन्होंने अपनी बेटी के कपड़े बदलने के लिए कुछ समय देने का भी अनुरोध किया, लेकिन उन लोगों ने एक नहीं सुनी। मजारी ने कहा कि कर्मियों ने कोई गिरफ्तारी वारंट नहीं दिखाया। इतना ही नहीं, जब घर पर छापेमारी की गई उस दौरान घर में सिर्फ दो महिलाएं थीं।
हिंसा के बाद छोड़ दी पार्टी
प्रमुख पीटीआई नेता और पूर्व संघीय मंत्री शिरीन मजारी ने 9 मई की हिंसा के मद्देनजर पीटीआई और राजनीति छोड़ दी थी। गौरतलब है, हिंसा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की थी। नौ मई की घटनाओं के बाद से मजारी को कई बार गिरफ्तार किया गया है। अदालत से रिहाई मिलने के बाद उन्हें बिना नंबर प्लेट वाले वाहन में ले जाया गया। नौ मई को खारियान में पार्टी समर्थकों को भड़काने के मामले में पुलिस ने मजारी को कोर्ट में पेश किया था।
साभार : अमर उजाला
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