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विगत 6 वर्षों में राज्य सरकार ने 5.30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ (मा.स.स.). उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आजादी के 75 वर्षों में देश ने बहुत कुछ हासिल किया है। हमें एक लम्बी यात्रा को आगे बढ़ाना है। इस यात्रा के साथ जुड़ते हुए जब हम आगे बढ़ रहे हैं, तो संघ लोक सेवा आयोग व विभिन्न राज्यों के लोक सेवा आयोग को एक बड़ी जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ना होगा। सभी लोक सेवा आयोगों को देश के युवाओं की आकांक्षाओं को एक नई उड़ान देने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

मुख्यमंत्री यहां राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षगण के 24वें राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पूर्व, उन्होंने इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन अपने आप में एक लघु भारत का दृश्य प्रस्तुत करता है, क्योंकि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों के लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यगण सम्मिलित हुए हैं। सम्मेलन में आपसी विचार-विमर्श से बहुत कुछ जानने-समझने, एक दूसरे के अनुभवों को साझा करने तथा नये प्रयोगों को जानने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मेलन देश के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने में सफल होगा।

उन्होंने कहा कि अच्छे कार्मिकों का चयन संघ लोक सेवा आयोग तथा राज्य लोक सेवा आयोगों पर निर्भर है। चयनित कार्मिकों में बुद्धि-विवेक के साथ ही नेतृत्व क्षमता, कार्य करने व निर्णय लेने का सामथ्र्य और आमजन के प्रति संवेदनशीलता भी हों। संवेदनशील प्रशासन ही जन विश्वास का प्रतीक बन सकता है। लोकतंत्र में आमजन की उपेक्षा नहीं की जा सकती। कार्मिकों को गरीब के प्रति संवेदनशील होना ही चाहिए। जाति, मत, मजहब से इतर हर पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए। सभी पात्र व्यक्तियों को शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्राप्त होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में बिना भेदभाव समाज के हर वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने विश्वास को कायम रखा है। हाल ही में आये उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के परिणाम में टाप-10 में 08 बालिकाएं शामिल हैं। 30 प्रतिशत से अधिक बालिकाओं ने अपना स्थान सुनिश्चित किया है। इस परिणाम में प्रदेश के 75 जनपदों में से 67 जनपदों के युवा बिना भेदभाव के चयनित हुए हैं। इन चयनित युवाओं का समाज में सम्मान है। इससे लाखों युवा प्रेरित होंगे। निष्पक्ष, पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के तहत योग्यता के आधार पर युवाओं का चयन किया जा रहा है। शुचितापूर्ण भर्ती प्रक्रिया को लेकर आज युवाओं के मन में एक विश्वास का भाव है। प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए और भी बहुत कुछ किया जा सकता है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आगामी अमृतकाल के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। कोई भी समाज और राष्ट्र अपने युवाओं की क्षमता, प्रतिभा, योग्यता को नकार करके कभी आगे नहीं बढ़ सकता, आदर्श प्रस्तुत नहीं कर सकता। इस दृष्टि से संघ लोक सेवा आयोग व विभिन्न राज्यों के लोक सेवा आयोगों की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। युवा शक्ति अगर विश्वास से भरपूर है, सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रही है, तो उसकी प्रतिभा का लाभ देश व समाज को प्राप्त होगा।

उत्तर प्रदेश देश में सुशासन की कार्य प्रणाली की प्रयोग स्थली है। उत्तर प्रदेश प्राचीनकाल से देश के आध्यात्मिक व सांस्कृतिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता रहा है। अयोध्या, मथुरा, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य (सीतापुर) सहित अनेक तीर्थ स्थल व आजादी के आन्दोलन से जुड़े स्मारक स्थल उत्तर प्रदेश में मौजूद हैं। देश की आन्तरिक व वाह्य सुरक्षा में प्रदेश के युवाओं का अमूल्य योगदान है। प्रधानमंत्री मोदी प्रदेश के वाराणसी संसदीय क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विविधताओं से भरे उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था सफलतापूर्वक अपना कार्य कर रही है। विगत 06 वर्षों में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ और न ही कोई अव्यवस्था हुई। सभी धर्मों के लोग सद्भावनापूर्वक अपने कार्यों एवं दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। प्रदेश में कानून का राज सभी के लिए समान रूप से है। सरकार के प्रति प्रत्येक समुदाय का विश्वास तब जुड़ता है, जब एक संवेदनशील और जवाबदेह शासन होता है। एक संवेदनशील प्रशासन, आमजन व शासन के बीच सेतु का कार्य करता है। विकास योजनाओं का लाभ जनसामान्य तक पहुंचाने का कार्य संवेदनशील प्रशासन ही करता है।

आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनन्त सम्भावनाओं का प्रदेश है, जो अच्छे और बुरे दोनों ही दौर से गुजरा है। यह वही प्रदेश है, जो देश-दुनिया में अपने उत्सव और महोत्सव के लिए जाना जाता रहा है, उपद्रव में बदल गया था। राजनीतिक संक्रमण के दौर में उत्तर प्रदेश को अपनी पहचान को बचाने का संकट पैदा हुआ था। पर्व और महोत्सवों को विस्मृत करके राजनीतिक संक्रमण के उस दौर में उत्तर प्रदेश को माफियाओं की गिरफ्त ने ऐसा जकड़ा था, जैसे प्रदेश का कोई भविष्य नहीं है। अब उत्तर प्रदेश में उपद्रव, उत्सव में बदल चुके हैं।

अयोध्या में दीपोत्सव व काशी में देव दीपावली मनायी जा रही है। प्रयागराज पुनः अपने कुम्भ और माघ मेले के लिए जाना जा रहा है। वृंदावन में रंगोत्सव का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया जाता है। यह सभी आयोजन फिर से प्रारम्भ हो गए हैं। आज उत्तर प्रदेश में हर एक इवेन्ट एक उत्सव में बदलती दिखायी दे रही है। 09 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की बागडोर सम्भाली, देश ने नई आशा और नई आकांक्षाओं के साथ बदलाव देखा। इस बदलाव की छटपटाहट उत्तर प्रदेश में भी महसूस की जाने लगी। विगत 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश में आये बदलाव सभी के सामने हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की विभिन्न परीक्षाओं में शिकायतों का अम्बार था। प्रतियोगी परीक्षाओं के संदर्भ में न्यायालय की गम्भीर टिप्पणियां थी। उस समय उत्तर प्रदेश पुलिस में डेढ़ लाख पद रिक्त पड़े थे। प्रदेश सरकार ने भाई-भतीजावाद, जातिवाद को खत्म करते हुए योग्य एवं ईमानदार लोगों को आयोगों और बोर्डों में नियुक्त किया और निष्पक्ष, पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया।

विगत 06 वर्षों में राज्य सरकार ने साढ़े पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा है। प्रदेश सरकार ने इन 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस में 01 लाख 64 हजार युवाओं को नियुक्त किया है। आज यही युवा पूरे मनोयोग से पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। राज्य में मजबूत कानून व्यवस्था स्थापित हुई है। प्रदेश के युवाओं में चयन प्रक्रिया के सम्बन्ध में विश्वास कायम हुआ है। प्रदेश सरकार ने इसी प्रकार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरी शुचिता व पारदर्शिता के साथ सम्पन्न किया।

उत्तर प्रदेश में यह परिवर्तन इसलिए दिख रहे हैं, क्योंकि हमारी प्रशासनिक टीम जनता के प्रति संवेदनशीलता और पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्यों को सम्पादित कर रही है। नेतृत्व क्षमता के बिना कोई कार्य नहीं हो सकता। हमारी प्रशासनिक टीम ने इस बात को स्वीकारा है कि हमें रिजल्ट देना है। प्रशासन ने संवाद के माध्यम से कार्यों को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है। लोकतंत्र को संवाद के बिना आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। आज यह संवाद कायम हुआ है। लोगों के मन में विश्वास पैदा हुआ है। उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए पहले लोगों के मन में भय व्याप्त रहता था। आज जनता के मन में अपनी सुरक्षा के सन्दर्भ में उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रति विश्वास कायम हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर कानून व्यवस्था से प्रदेश में निवेश बढ़ा है। हाल ही में सम्पन्न यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। प्रदेश सरकार शीघ्र ही 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के लिए ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित करने जा रही है। आज राज्य में विद्यालयों में शिक्षक, अस्पतालों में चिकित्सक उपलब्ध हैं, जो तत्परता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में परम्परागत उद्यम को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2018 में एक जनपद एक उत्पाद योजना प्रारम्भ की। इस योजना के माध्यम से सभी जनपदों के लिए विशिष्ट उत्पादों का चयन किया गया। इन विशिष्ट उत्पादों की डिजाइनिंग, पैकेजिंग व ब्राण्डिंग को प्रदेश सरकार द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है। परिणमस्वरूप राज्य का निर्यात जो पहले 86 हजार करोड़ रुपये था, वह आज लगभग 02 लाख करोड़ रुपये होने जा रहा है। प्रदेश के कारीगरों/हस्तशिल्पियों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्हें टूल किट उपलब्ध कराई जा रही हैं तथा लोन मेला आयोजित कर बैंकों से जोड़ा जा रहा है। वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 45 से 46 प्रतिशत था, जो आज बढ़कर 56 प्रतिशत हो गया है। इस वर्ष के अन्त तक प्रदेश के सी0डी0 रेशियो को 60 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है।

वर्ष 2017 के पूर्व उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 01 करोड़ 34 लाख बच्चे थे। आज इन बच्चों की संख्या बढ़कर 01 करोड़ 91 लाख हो गई है। राज्य सरकार द्वारा इन बच्चों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। प्रदेश में 01 लाख 56 हजार परिषदीय विद्यालय हैं। पहले इन परिषदीय विद्यालयों की स्थिति बड़ी खराब थी। इन विद्यालयों के भवन जर्जर थे। इनमें शौचालय व पेयजल की सुविधाएं नहीं थी। बालिकाओं का ड्राप आउट रेट 60 प्रतिशत से अधिक था। आज बेसिक शिक्षा विभाग के वही कार्मिक, जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। परिणामस्वरूप ‘आपरेशन कायाकल्प’ के माध्यम से 01 लाख 40 हजार से अधिक विद्यालयों में अच्छे फर्नीचर, अच्छी फ्लोरिंग, स्मार्ट क्लास, शौचालय व पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में नीति आयोग ने आकांक्षात्मक जनपदों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। देश के 112 आकांक्षात्मक जनपदों में प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों का चयन किया गया। विगत वर्ष आकांक्षात्मक जनपदों की रैंकिंग में देश के टाप 10 में प्रदेश के 05 आकांक्षात्मक जनपद और टाप 20 आकांक्षात्मक जनपदों में प्रदेश के सभी 08 आकांक्षात्मक जनपद शामिल हैं। प्रदेश सरकार ने आकांक्षात्मक जनपदों में पर्याप्त मैन पावर की व्यवस्था कर विकास कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाया है। कल ही प्रधानमंत्री ने जनपद चित्रकूट के जिलाधिकारी को बेहतर कार्यों के लिए सम्मानित किया है। आकांक्षात्मक जनपद चित्रकूट में आज सभी क्षेत्रों में व्यापक परिवर्तन देखा जा सकता है। जनपद चित्रकूट के कोल जनजाति के बच्चे परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास व डिजटल लाइब्रेरी के माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आज हमारे शिक्षक अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में यह परिवर्तन देखा जा सकता है। प्रशासनिक टीम अगर चाह ले, तो परिवर्तन हो सकता है।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में कार्यरत समीक्षा अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह एवं माली फूलचन्द्र को सम्मानित किया। सम्मेलन में संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य राजीव नयन चैबे, राष्ट्रीय सम्मेलन की स्टैण्डिंग कमेटी के चेयरमैन जाश मैनुअल नोरोन्हा, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत व उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सदस्य डा0 सविता अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य ले0 जनरल राज शुक्ला, विभिन्न राज्यों के लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यगण, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक आर0के0 विश्वकर्मा, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश चतुर्वेदी, सूचना निदेशक शिशिर सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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