नई दिल्ली (मा.स.स.). मार्च 2023 में आधार धारकों ने लगभग 2.31 बिलियन प्रमाणीकरण लेन-देन किए हैं। यह देश में आधार के बढ़ते उपयोग और डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास का संकेत है। मार्च में आधार प्रमाणीकरण लेन-देन की संख्या फरवरी से बेहतर है,फरवरी में यह 2.26 बिलियन थी। अधिकांश प्रमाणीकरण लेन-देन बायोमीट्रिक फिंगर प्रिंट का उपयोग करके की जाती है। इसके बाद जनसांख्यिकीय और ओटीपी प्रमाणीकरण होते हैं।
आधार ई-केवाईसी सेवा पारदर्शी और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करके और व्यापार करने में आसानी में मदद करके बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आधार ईकेवाईसी सेवा बैंकिंग और गैर बैंकिंग वित्तीय सेवाओं के लिए मार्च 2023 के दौरान 311.8 मिलियन से अधिक ई केवाईसी लेन देन किए गए जो फरवरी के मुकाबले 16.3% से अधिक की वृद्धि है। ई केवाईसी को अपनाने से वित्तीय संस्थानों दूरसंचार सेवा-प्रदाताओं और अन्य ऐसी ही संस्थाओं की ग्राहक अधिग्रहण लागत में भी काफी कमी आई है। मार्च 2023 के अंत तक आधार ईकेवाईसी लेनदेन की संख्या 14.7 बिलियन से अधिक हो गयी है ई केवाईसी पर 175 संस्थाएँ सक्रिय हैं।
पूरे विश्व भर में वयस्क आबादी के बीच आधार परिपूर्णता लगभग एक जैसी बनी हुई है। मार्च के महीने में 21.47 मिलियन से अधिक आधार को निवासियों के अनुरोधों के बाद अपडेट किया गया जबकि फरवरी 2023 में यह संख्या 16.8 मिलियन थी। सीधे फंड ट्रांसफर के लिए आधार सक्षम डीबीटी हो या अंतिम माईल बैंकिंग के लिए आधार सक्षम भुगतान प्रणाली एईपीएस प्रमाणीकरण या पहचान सत्यापन के लिए ई केवाईसी आधार, बेहतर प्रशासन का डिजिटल बुनियादी ढांचा उपलब्ध करा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने और निवासियों के जीवनयापन को आसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
आय के पिरामिड में सबसे नीचे के लोगों के लिए एईपीएस वित्तीय समावेशन को संभव बना रहा है। मार्च 2023 में 219.3 मिलियन लास्ट माइल बैंकिंग लेनदेन एईपीएस और माइक्रो एटीएम के नेटवर्क के माध्यम से संभव हुआ।
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