बीजिंग. चीन की नजर हमेशा आने वाले भविष्य की संभावनाओं पर टिकी रही है। इस वक्त ऐसी ही संभावित जंग को लेकर चीन अपने देश के छोटे-छोटे बच्चों को तैयार कर रहा है। ताजूब की बात ये है कि ये सिर्फ 7 साल से भी कम उम्र के बच्चें हैं, जिन्हें मिलिट्री ट्रेनिंग दी जा रही है।
बता दें कि चीन छोटे बच्चों को ये ट्रेनिंग एथलेटिक्स के नाम पर दे रहा है। शंघाई में दी जा रही इस ट्रेनिंग पर शंघाई स्पोर्ट्स ब्यूरो ने बताया कि इस दौरान ये एथलीट्स चीनी सेना की ‘युद्ध भावना’ को गहराई से सीखेंगे। रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले चीन की फुटबॉल टीमें भी इस तरह की ट्रेनिंग से गुजर चुकी हैं।
हफ्तेभर चलती है ट्रेनिंग
रिपोर्ट के अनुसार, इस ट्रेनिंग सेशन का मकसद संगठनात्मक अनुशासन और टीम के तालमेल को मजबूत करना है। सुबह से शुरु होने वाली इस ट्रेनिंग को दोपहर तक किया जाता है। ट्रेनिंग के दौरान युवा एथलीटों को खास तरह की मिलिट्री यूनिफॉर्म भी पहनाई जाती है। इसके अलावा चीन में पिछले महीने ही एक नया कानून बना है, जिसका मकसद युवाओं में देशभक्ति की भावना पैदा करना है।
11 स्पोर्ट्स सेंटर के 932 एथलीट हिस्सा लेते हैं
जानकारी के मुकाबिक, ये ट्रेनिंग सोमवार से शुरू हो गई है और अगले मंगलवार तक चलती है। चीन में युवाओं की ये ट्रेनिंग एक हफ्ते तक चलेगी। इस ट्रेनिंग सेशन में शहरभर के 11 स्पोर्ट्स सेंटर के 932 एथलीट हिस्सा लेते हैं। इस तरह की ट्रेनिंग राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उस मंशा को जाहिर करती है। बता दें कि उन्होंने कहा था कि चीन को असली मुकाबले के लिए अपनी तैयारी बढ़ानी चाहिए।
साभार : इंडिया न्यूज़
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