नई दिल्ली (मा.स.स.). एनएचपीसी लिमिटेड, भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी और भारत सरकार की एक ‘मिनी रत्न’ श्रेणी-I उद्यम ने अपने निदेशक मंडल के अनुमोदन से वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अपने लेखा परीक्षा वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में स्टैंडअलोन आधार पर 3834 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ (पीएटी) अर्जित किया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इसे 3538 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। यह लाभ 8 प्रतिशत अधिक हुआ है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए समेकित शुद्ध लाभ 3890 रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में यह 3524 करोड़ रुपये था, इस प्रकार समेकित शुद्ध लाभ में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। एनएचपीसी पावर स्टेशनों ने वित्त वर्ष 2022-23 में 24,907 मिलियन यूनिट (एमयू) का उत्पादन किया।
निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 1.40 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त 0.45 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। इस प्रकार वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कुल लाभांश 1.85 रुपये प्रति शेयर रहा है। एनएचपीसी की वर्तमान में 25 पावर स्टेशनों से 7097.2 मेगावाट की स्थापित क्षमता है और यह वर्तमान में 10489 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता वाली 16 परियोजनाओं के निर्माण में लगी हुई है। इसमें 5882 मेगावाट की कुल क्षमता वाली 12 परियोजनाएं भी मंजूरी चरण के अन्तर्गत हैं और 2 परियोजनाओं की सर्वेक्षण और जांच चरण में 890 मेगावाट की कुल क्षमता वाली है।
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