बेंगलुरु. मैसूर भूमि घोटाले के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार (04 नवंबर) को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को नोटिस जारी कर दिया है. सीएम सिद्धारमैया को एमएयूडीए कैस को लेकर छह नवंबर को पूछताछ के लिए तलब किया है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती बीएम से बीती 25 अक्टूबर को पूछताछ हो चुकी हैं, जो इस मामले में आरोपी भी हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “हां, मैसूर लोकायुक्त ने MUDA के संबंध में नोटिस जारी किया है. मैं छह नवंबर को मैसूर लोकायुक्त के पास जाऊंगा.” बीजेपी मुडा घोटाले को लेकर सीएम सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग कर रही है. हालांकि, सीएम सिद्धारमैया ने बार-बार कहा कि वह पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने विपक्षी नेताओं के इस्तीफे की मांग की है, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं. स्कैम केस में दूसरी आरोपी पार्वती सिद्धारमैया सभी 14 साइट्स को मुडा को सौंप चुकी हैं.
क्या थे आरोप
मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण यानी की एमयूडीए के जमीन घोटाले के मामले में आरोप है कि ये आवंटन सही प्रक्रिया का इस्तेमाल किए बिना किए गए थे. इसे लेकर विपक्षी दलों और आलोचकों की ओर से सिद्धारमैया से इस्तीफा की मांग भी की गई थी. हालांकि, कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए सार्वजनिक रूप से किसी भी गलती को स्वीकार नहीं किया था. उनका कहना था कि उनके खिलाफ किया जा रहे दावे राजनीति से प्रेरित हैं और उनके मान सम्मान को धूमिल करने का प्रयास है. सभी आवंटन कानूनी ढांचे के भीतर हुए हैं और उनकी ओर से हमेशा नैतिक शासन का पालन किया गया है.
किस-किस पर मामला दर्ज
इस घोटाले को लेकर लोकायुक्त पुलिस ने इस साल 25 सितंबर को विशेष अदालत के आदेश के बाद सीएम सिद्धरमैया और उनकी पत्नी पार्वती बीएम और उनके करीबी रिश्तेदारों देवराजू, मलिकार्जुन स्वामी और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
साभार : एबीपी न्यूज़
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं