लखनऊ. लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने लगाई गई एक होर्डिंग चर्चाओं में हैं. दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर में मुस्लिमों से खास अपील की गई थी. उनसे ईद नहीं मनाने की अपील की गई थी. लिखा था कि मुख्तार अंसारी के निधन के शोक में खड़े होकर 2 मिनिट का मौन रखें और परिवार सहित उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें. इस विवादित पोस्टर को पुलिस ने हटवा दिया है.
लखनऊ के समाजवादी पार्टी के दफ्तर में शनिवार को यह पोस्टर लगाया गया था. जानकारी के मुताबिक यह पोस्टर समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव राम सुधाकर यादव ने लगवाया था. जिसमें लिखा था कि मुख्तार अंसारी की याद में ईदगाह के बाहर खड़े होकर 2 मिनट का मन रखा जाए. मुख्तार अंसारी के आकस्मिक निधन पर ईद ना मनाई जाए. बल्कि ईद के दिन मुख्तार अंसारी की याद में ईदगाह के बाहर खड़े होकर 2 मिनट का मौन रखा जाए. यह अपील मुस्लिम भाईयों और गैर मुस्लिम भाइयों दोनों से है.
इस नेता ने लगवाए थे पोस्टर
मुख्तार अंसारी की मौत का मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है. आए दिन मुख्तार से जुड़ी खबरें मिल रही हैं. कुछ दिन पहले किसी पुलिस कर्मचारी ने मुख्तार के नाम के मोबाइल स्टेटस लगाए थे. तो वहीं अब समाजवादी पार्टी के नेता राम सुधाकर ने मुख्तार अंसारी के फोटो के साथ लखनऊ में पोस्टर लगवाया था. हालांकि पुलिस ने उस पोस्टर को हटवा दिया है.
कब हुई थी मुख्तार की मौत
मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुई थी. दरअसल बांदा जेल में मुख्तार की तबियत बिगड़ने की वजह से उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां दिल का दौरान पड़ने से उनकी मौत हो गई. मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहा. हालांकि परिवार ने मौत के कारणों पर संदेह जताया है. परिवार वालों का आरोप है कि मुख्तार को जेल में धीमा जहर दिया गया.
साभार : न्यूज18
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