लखनऊ. हाथरस हादसे में पुलिस का गिरफ्तारी अभियान जारी है। इसी क्रम में दो और सेवादार रविवार को दबोचे गए हैं। ये घटना के बाद से जनपद में ही छिपे हुए थे। भागने के इरादे से हाथरस रेलवे स्टेशन से दबोचे गए। अब तक इस कांड में 11 गिरफ्तारियां हो गई हैं। सबसे पहले छह लोग पकड़े गए थे, जबकि शुक्रवार व शनिवार को मुख्य आरोपी सहित तीन लोग पकड़े गए थे।
पुलिस अधीक्षक हाथरस निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी, तलाश व दबिश अभियान में जुटीं हैं। इसी क्रम में हाथरस रेलवे स्टेशन से 42 वर्षीय दुर्वेश पुत्र बालादीन निवासी शिवनगर बेवर मैनपुरी व 25 वर्षीय दलवीर पुत्र गयादीन रामकिशनपुर बेवर मैनपुरी को दबोचा गया है। ये दोनों सेवादार की भूमिका में घटना के समय भगदड़ वाले स्थान पर मौजूद थे। धक्का मुक्की करने, बाबा की चरण रज लेने जुटी भीड़ को रोकने वाले वर्दीधारी सेवादारों में शामिल थे। भगदड़ के बाद मौत होने पर ये भी भाग गए और उसी दिन से जनपद में ही छिपे हुए थे।
रविवार दोपहर को भागने के इरादे से ये स्टेशन पहुंचे। चूंकि इनकी पहचान हो चुकी थी और तलाश जारी थी। इसी बीच खबर मिलने पर इन्हें हाथरस शहर कोतवाली पुलिस ने स्टेशन से दबोच लिया। अब इन्हें सोमवार को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा जाएगा। इन्होंने भी पूछताछ में पहले दिन गिरफ्तार छह साथियों द्वारा दिए गए बयान को दोहराया है। इस तरह इस कांड में अब तक कुल 11 गिरफ्तारी हो गई हैं। एसपी ने बताया कि अभी अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। कुछ नाम उजागर हो गए हैं, उनके गैर जमानती वारंट लेने की तैयारी है। वहीं, तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देवप्रकाश को रिमांड पर लेने का भी प्रयास होगा।
साभार : अमर उजाला
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