कोलकाता. पश्चिम बंगाल में संदेशखाली की घटना को बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीधे निशाने पर लिया है। ईरानी ने कहा कि स्मृति ईरानी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदुओं के नरसंहार के लिए जानी जाती है। पश्चिम बंगाल 24 उत्तरी परगना जिले में हिंसा को लेकर बंगाल के राज्यपाल ने भी राज्य के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया था। अब ईरानी ने सीधे ममता ममता बनर्जी पर हमला बोला है। ईरानी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) के गुंडे लड़कियों का अपहरण कर रहे हैं। ईरानी ने ममता बनर्जी से सवाल पूछा कि ममता बनर्जी टीएमसी कार्यकर्ताओं को यह इजाजत कैसे दे रही है कि वो घर-घर जाकर गुंडागर्दी कर रहे हैं।
ममता बनर्जी पर बरसीं ईरानी
ईरानी ने मीडिया से संदेशखाली की कुछ महिलाओं ने अपनी व्यथा को बांग्ला में साझा किया है। देश के कई लोग उन बातों को नहीं समझ पाए होंगे। इसलिए उनकी बात को मैं आपलोगों को बता रही हूं। ईरानी ने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडे घर-घर जाकर देखते थे कि किस घर की कौन सी औरत सुंदर है। कौन कम उम्र की है? महिलाओं ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के लोग उन्हें रात में उठा कर लेकर चले जाते थे। जब तक तृणमूल कांग्रेस वाले नहीं चाहते थे तब तक इन औरतों को नहीं छोड़ा जाता था। ईरानी ने कहा कि महिलाओं ने बताया है कि टीएमसी के गुंडे अधिकतर हिंदू परिवार की महिलाओं को टारगेट कर के जाते थे। ईरानी ने आगे कहा कि ममता बनर्जी हिंदुओं पर अत्याचार के लिए जानी जाती हैं।
क्या है पूरा मामला?
इस साल की शुरुआत में ईडी की टीम संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के यहां छापेमारी के लिए पहुंची थी। तब शेख के समर्थकों ने ईडी की टीम पर हमला बोला था। इस घटना के बाद राज्य में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई थी। कोलकाता हाई कोर्ट ने ईडी पर हमले की जांच को सीबीआई और पुलिस को सौंपा था। इसके बाद से टीएमसी नेता शहजहां शेख फरार है। शेख ने दो अदालतों में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है। ईडी के तीन नोटिस की शेख अनदेखी कर चुका है। ऐसे में पिछले दिनों संदेशखाली में शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन हुआ था। इसके बाद वहां पर तीखी झड़पें सामने आई थीं।
राज्यपाल ने जताई थी चिंता
इन घटनाओं के बाद राज्यपाल सी वी आनंद बोस (C V Ananda Bose) ने कहा था कि संदेशखाली घटना किसी सभ्य समाज में होने वाली सबसे बुरी घटना को दर्शाती है। वहां महिलाओं को परेशान किया जाता है और उन पर हमला किया जाता है। सत्तारूढ़ सरकार को दृढ़ता से और प्रभावी ढंग से कार्य करना होगा। बीजेपी विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया था कि संदेशखाली में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया है। अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल यहां राजभवन गया और एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें संदेशखाली में शांति बहाल करने के लिए बोस के हस्तक्षेप की मांग की गई।
साभार : नवभारत टाइम्स
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