शनिवार, दिसंबर 21 2024 | 08:05:34 PM
Breaking News
Home / राज्य / दक्षिण-भारत / कर्नाटक के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज और जांचे हुई महँगी

कर्नाटक के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज और जांचे हुई महँगी

Follow us on:

बेंगलुरु. कर्नाटक सरकार ने राज्य के अस्पतालों की फीस में बड़े स्तर पर इजाफा किया है। कर्नाटक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के तहत आने वाले अस्पतालों में इलाज और डाइगनोस्टिक टेस्ट 20 प्रतिशत तक महंगे हो गए हैं। कई सेवाओं के शुल्क में दोगुनी बढ़ोतरी भी हुई है। बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (BMCRI) और कर्नाटक के विभिन्न स्वायत्त मेडिकल शिक्षा संस्थानों के तहत आने वाले अस्पतालों में बढ़ी हुई फीस प्रभावी हो गई है। आइए जानते हैं कि अस्पतालों में किस सेवा के लिए कितनी फीस बढ़ोतरी हुई है।

अधिकारियों ने क्या बताया?

BMCRI के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है कि इलाज, सर्जरी, विभिन्न रक्त परीक्षण और स्कैन की फीस को संशोधित किया गया है। अधिकारियों की दलील है कि फीस में पिछला संशोधन 5-6 साल पहले हुआ था। इस बढ़ोतरी से अस्पतालों के रखरखाव में मदद मिलेगी। अधिकारियों ने इसे मामूली फीस वृद्धि कहा है। उन्होंने बताया कि सभी टेस्ट और इलाज 20% महंगे नहीं हैं, कुछ ब्लड टेस्ट अभी भी मुफ़्त हैं।

कहां कितनी फीस बढ़ाई गई?

एक मडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फीस में संशोधन के बाद स्पेशल वार्ड (2 मरीज) के लिए शुल्क 750 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया गया है। सिंगल बेड स्पेशल वार्ड की फीस 750 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दी गई है। जनरल वार्ड की फीस 15 रुपये से बढ़कर 20 रुपये हो गई है। ओपीडी रजिस्ट्रेशन फीस 10 रुपये से दोगुनी होकर 20 रुपये हो गई है। संशोधित नियम के मुताबिक, आंतरिक रोगी रजिस्ट्रेशन फीस 25 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये और मरीज के बेड का शुल्क 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है। पोस्टमार्टम, चिकित्सा जांच, चोट और शारीरिक फिटनेस प्रमाणपत्र के लिए शुल्क 250 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया है। मेडिकल बोर्ड प्रमाणपत्र की कीमत अब 350 रुपये से बढ़कर 500 रुपये हो गई है। इसके अलावा डाइट की सलाह के लिए 50 रुपये और डाइट से संबंधित सलाह के लिए 100 रुपये के नए चार्ज जोड़े गए हैं।

साभार : इंडिया टीवी

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

एम्बुलेंस को रास्ता न देने पर 2.5 लाख का जुर्माना, ड्राइविंग लाइसेंस हुआ निलंबित

तिरुवनंतपुरम. केरल में एंबुलेंस का रास्ता रोकने के मामले में एक व्यक्ति का लाइसेंस रद्द कर …