मुंबई. अमेरिका घूसकांड खबर के बाद से अडानी के शेयरों में भारी बिकवाली हावी हो गई थी. अडानी के शेयर ताबड़तोड़ गिरपने लगे थे. अडानी के स्टॉक में गिरावट के चलते कंपनी का मार्केट कैप 2.53 अरब डॉलर तक गिर गया, लेकिन बुधवार को कंपनी की ओर से इस पर सफाई दी गई. अडानी समूह ने अमेरिका में कंपनी के चेयरमैन गौतम अडानी, सागर अडानी और अडानी ग्रीन के सीईओर एमडी विनीत जैन पर लगे आरोपों को बेबुनियाद और गलत करार दिया. कंपनी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि चार्जशीट में गौतम अडानी समेत कंपनी के अन्य कर्मचारियों के नाम ही नहीं है. इस खबर के आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में जान लौट आई. अडानी समूह के अधिकांश शेयर 10 फीसदी तक चढ़ गए. अडानी ग्रीन समेत समूह के अन्य शेयरों में 10 फीसदी का उछाल देखने को मिला. इस खबर के आने के बाद
- अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 62 फीसदी चढ़े
- अडानी एंटरप्राइजेज 6य02 फीसदी चढ़े
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर 70 फीसदी तक उछल गए.
- अडानी टोटल गैस लिमिटेड कते शेयर 81 फीसदी तक उछले.
- अडानी पोर्ट्स में 91 फीसदी की तेजी देखने को मिली
- अडानी विल्मर67 फीसदी तक चढ़ गया
- अडानी पावर 88 फीसदी के तेजी देखने को मिली
- एसीसी सीमेंट के शेयर 96 फीसदी तक चढ़ गए
- अबुंजा सीमेंट 29 फीसदी तक चढ़ गया
- इसी तरह एनडीटीवी के शेयर 38 फीसदी चढ़कर वापसी की.
सीमित बाजार में भी अडानी के शेयर हरे रंग में कर रहे कारोबार
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार सपाट खुला. सुबह के कारोबार में ऑटो और आईटी सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली. लेकिन अडानी पोर्टफोलियो की सभी कंपनियों के शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे. अडानी ग्रीन 905.80 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे. वहीं, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का शेयर 3.4 प्रतिशत बढ़कर 2,224.85 रुपये पर पहुंच गया. सुबह करीब 10 बजकर 2 मिनट पर सेंसेक्स 2.83 अंक या 0 प्रतिशत चढ़ने के बाद 80,006.8 पर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी 1.30 अंक या 0.01 प्रतिशत चढ़ने के बाद 24,195.80 पर कारोबार कर रहा था. बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,637 शेयर हरे, जबकि 669 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे.
क्यों गिरा बाजार
बाजार के जानकारों के अनुसार, अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह घोषणा करना शुरू कर दिया है कि वे 20 जनवरी को कार्यभार संभालने के तुरंत बाद क्या करने जा रहे हैं. मैक्सिकन और कनाडाई आयातों पर लगभग 25 प्रतिशत टैरिफ और चीनी आयातों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा पहले ही की जा चुकी है. इन टैरिफ पर इन देशों की क्या प्रतिक्रिया होगी, यह देखना अभी बाकी है.
साभार : जी न्यूज
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