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पश्चिम बंगाल बंद के दौरान भाजपा नेताओं पर चले बम और गोलियाँ

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कोलकाता. पश्चिम बंगाल में बंद के दौरान भाटपाड़ा में भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रियंगु पांडे के ऊपर बम और गोलियों से हमला किया गया। यह हमला उस वक्त हुआ जब वे अपने समर्थकों के साथ बंद में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। इस हमले का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे उनकी गाड़ी पर फायरिंग की गई।

कुल 6 राउंड फायरिंग

हमले का वीडियो गाड़ी में ही बैठे बीजेपी समर्थक ने बनाया है। इसमें स्पष्ट दिख रहा है कि प्रियंगु पांडे की गाड़ी जैसे ही एंगलो इंडिया जूट मिल स्टाफ क्वार्टर पहुंचती है, अचानक भीड़ से एक शख्स सामने निकलकर सामने आता है और गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर देता है। बताया जाता है कि कुल 6 राउंड फायरिंग की गई जिसमें प्रियंगु पांडे का ड्राइवर और उनका एक समर्थक घायल हो गया।

50 से 60 लोगों ने किया हमला

प्रियंगु पांडे ने बताया कि सबह 8 बजकर 15 मिनट पर वे पार्टी के नेता अर्जुन सिंह की दफ्तर की ओर जाने के लिए निकले थे। जब उनकी गाड़ी मेन रास्ते पर आई और करीब तीन मिनट के अंदर एंगलो इंडिया जूट मिल स्टाफ क्वार्टर के पास पहुंची। उन्होंने कहा,’इसी बीच लोकल म्यूनिसिपलिटि का जेटिंग मशीन रास्ते को जाम कर बंद देता है। इसी दौरान 50 से 60 लोग गाड़ियों पर बम चलाना शुरू कर देते हैं। पूरा धुआं-धुआं हो गया। इसी बीच भीड़ में से कुछ लोग मुझे टारगेट करके गोलियां चलाना शुरू कर देते हैं। मेरे ड्राइवर और मेरे पीछ बैठे कार्यकर्ता को गोली लगी है।

मेरी हत्या की प्लानिंग

प्रियांगु पांडे ने कहा कि मेरी हत्या करने की प्लानिंग थी। इस हमले के पीछे पुलिस की भी मिलीभगत रही है। प्रियांगु पांडे ने आरोप लगाया कि मेरी सुरक्षा भी वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस मौके पर मौजूद थी लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया गया।

बंद से जनजीवन प्रभावित

बंगाल में राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बीजेपी ने आज 12 घंटे बंद का आह्वान किया है। बंद से कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ। राज्य में सुबह से ही कई स्थानों पर रेल और सड़क अवरोधों के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर असर पड़ा जिससे लोगों को असुविधा हुई। राजधानी कोलकाता में सड़कों पर चहल-पहल कम है। सड़कों पर बहुत कम बस, ऑटो रिक्शा और टैक्सी नजर आ रही हैं। निजी वाहनों की संख्या भी कम है।

साभार : इंडिया टीवी

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