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हेमंत सोरेन ने चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

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रांची. हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्हें 4 बजकर 10 मिनट पर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. हेमंत सोरेन झारखंड में चौथी बार सीएम बनने वाले पहले राजनेता बन गए हैं. उनके नेतृत्व वाले झामुमो, कांग्रेस, राजद और सीपीआईएमएल के गठबंधन ने 13 और 20 नवंबर को कराए गए चुनाव में 56 सीटों पर जीत के साथ दो तिहाई बहुमत हासिल किया है.

शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया ब्लॉक के कई शीर्ष नेता मंच पर मौजूद रहे. इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव शामिल रहे. इनके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, सीपीआई (एमएल) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके. शिवकुमार, बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बिहार के सांसद राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, सांसद राघव चड्ढा ने समारोह में शिरकत की.

हेमंत सोरेन के पिता और झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन और माता रूपी सोरेन और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मंच पर मौजूद रहे. हेमंत सोरेन को मिलाकर अब तक कुल सात राजनेता झारखंड में मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं. इनमें बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा, रघुवर दास और चंपई सोरेन शामिल रहे हैं. सोरेन के शपथ ग्रहण के पहले समारोह स्थल पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए, जिसमें झारखंड के विभिन्न हिस्सों से आए लोक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. शपथ ग्रहण के बाद हेमंत सोरेन प्रोजेक्ट भवन स्थित झारखंड मंत्रालय के लिए रवाना हुए. यहां कैबिनेट की पहली बैठक होनी है. शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए जनता का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के सामाजिक न्याय, एकता और संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक होगा – एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा. झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो – भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो- झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है.”

उन्होंने कहा कि आज का दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं, सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है. आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है. आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रहा है – अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज। इसमें कोई संदेह न रखें – हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है. जब जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं. जब जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और प्रखर होती जाती है क्यूंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है. हेमंत सोरेन ने आगे कहा था, “आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा.” उन्होंने राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि “हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है. संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक रहेगा.”

झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे. इसमें हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन को 56 सीटें हासिल हुई हैं. झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार और भाकपा माले को दो सीटों पर जीत मिली है.

साभार : जी न्यूज

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