नई दिल्ली. भारतीय सेना ने सोमवार को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का सफल लॉन्ग-रेंज प्रिसिजन स्ट्राइक टेस्ट किया. यह परीक्षण बंगाल की खाड़ी में स्थित टेस्ट रेंज से किया गया. यह मिशन साउदर्न कमांड की ब्रह्मोस यूनिट और त्रि-सेवा कमान अंडमान और निकोबार कमांड के सहयोग से पूरी तरह समन्वित तरीके से पूरा किया गया.
युद्ध मिशन को अंजाम देने की पूरी तैयारी
सेना के मुताबिक यह मिशन युद्ध जैसी परिस्थितियों में किया गया, जिससे यह सिद्ध होता है कि भारतीय सेना की ब्रह्मोस यूनिट्स किसी भी समय वास्तविक युद्ध मिशन को अंजाम देने की पूरी तैयारी में हैं. साउदर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने इस सफल लॉन्च की सराहना की.
लंबी दूरी की प्रिसिजन स्ट्राइक क्षमता
यह उपलब्धि भारतीय सेना की लंबी दूरी की प्रिसिजन स्ट्राइक क्षमता को और मजबूत करती है और भारत की रणनीतिक ताकत व तकनीकी क्षमता को भी साबित करती है. इसके साथ ही यह सफलता आत्मनिर्भर भारत की दिशा में रक्षा क्षेत्र में देश की लगातार बढ़ती स्वदेशी क्षमता को दर्शाती है.
आत्मनिर्भरता की मजबूती का प्रमाण
इस लॉन्च ने भारत की रक्षा में आत्मनिर्भरता की मजबूती का भी प्रमाण दिया है, जहां उन्नत तकनीक, स्वदेशी ज्ञान और आधुनिक युद्धक क्षमता लगातार विकसित हो रही है. ब्रह्मोस की सफलता भारत के रक्षा ढांचे की बदलती सोच और भविष्य के मुकाबले के लिए तैयार राष्ट्र की इच्छाशक्ति का प्रतीक है. एक ऐसा भारत जो आत्मविश्वास, नवाचार और सुरक्षा की नई कहानी गढ़ रहा है.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
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