नई दिल्ली. रांची वनडे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ के फैंस ने रविवार शाम कुछ खास देखा. विराट कोहली अपने पुराने अंदाज में लौट आए और पहले वनडे में भारत के लिए अपना 52वां वनडे शतक जड़ दिया. कोहली अब अपने करियर के एक दिलचस्प दौर में हैं. वह 2027 में वनडे वर्ल्ड कप खेलेंगे या नहीं, यह उनकी फॉर्म और फिटनेस पर निर्भर करेगा. रविवार को जो देखने को मिला, उससे साफ है कि कोहली बेहतरीन फॉर्म में हैं. यह शतक उस वक्त आया जब कोच गौतम गंभीर और सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच रिश्तों में खटास की खबरें आ रही थीं.
एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोहली अपने फोन को देखते हुए गंभीर के पास से गुजरते हैं और गंभीर उन्हें घूरते नजर आते हैं. कई सोशल मीडिया अकाउंट्स ने इसे कोहली द्वारा गंभीर को नजरअंदाज करने के तौर पर दिखाया. हालांकि, यह सच नहीं है. वीडियो सिर्फ आधी कहानी बताता है. एक अलग फोटो सीरीज में साफ दिख रहा है कि गंभीर ने ड्रेसिंग रूम में कोहली को गले लगाया और उनके शतक की तारीफ की.
विराट कोहली के वनडे में कितने शतक
कोहली ने रविवार को अपना 52वां वनडे शतक लगाया, 120 गेंद में 135 रन बनाकर भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 8 विकेट पर 349 रन तक पहुंचाया. कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी के दम पर विरोधी को 332 रन पर ढेर कर 17 रन से मैच जीत. 3 मैचों की सीरीज में भारत के पास 1-0 की बढ़त है. महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रविवार को विराट कोहली को अब तक का सबसे बड़ा वनडे क्रिकेटर बताया.
गावस्कर ने जीओस्टार से कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई शक है. सिर्फ मैं ही नहीं, जो लोग उनके साथ या उनके खिलाफ खेले हैं, वे भी मानते हैं कि वह वनडे फॉर्मेट के सबसे महान खिलाड़ी हैं. देखिए, आपने 52 शतक लगाए हैं. यह आपको सीधे टॉप पर पहुंचा देता है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने सुना कि रिकी पोंटिंग ने कहा कि कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे बेहतरीन हैं. जब एक ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ऐसा कहता है तो बात अलग होगी. सभी मानेंगे कि ऑस्ट्रेलियाई से तारीफ मिलना बहुत दुर्लभ है. कोहली सबसे अच्छे हैं, तो इसमें कोई बहस नहीं रह जाती.”
साभार : न्यूज18
‘गांधी जी की राजनीतिक यात्रा के कुछ पन्ने’ पुस्तक के बारे में जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें :
https://matribhumisamachar.com/2025/12/10/86283/
आप इस ई-बुक को पढ़ने के लिए निम्न लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं:
https://www.amazon.in/dp/B0FTMKHGV6
यह भी पढ़ें : 1857 का स्वातंत्र्य समर : कारण से परिणाम तक
Matribhumisamachar


