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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर श्रीलंका से छोड़े 14 भारतीय मछुआरे

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नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद श्रीलंका ने 14 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। पीएम ने कल श्रीलंकाई राष्ट्रपति दिसानायके से मछुआरों की रिहाई पर बात की थी। मोदी तीन दिवसीय श्रीलंका दौरा पूरा कर भारत लौट आए हैं। इससे पहले उन्होंने आज बौद्ध तीर्थ अनुराधापुरा में माहो ओमनथाई रेल लाइन का उद्धाटन और सिग्नल सिस्टम का शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई।

श्रीलंका के माहो जिले से ओमनथाई जिले के बीच यह रेल लाइन नॉर्दर्न रेलवे लाइन का 128 किमी लंबा हिस्सा है। ये श्रीलंका के कुरुनेगला, अनुराधापुरा और ववुनिया जिलों से होकर गुजरता है। ​श्रीलंका सरकार ने इस रेलवे लाइन के आधुनिकीकरण और सुधार के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं। भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी IRCON इंटरनेशनल लिमिटेड इस खंड के डेवलपमेंट का काम कर रही है। इस परियोजना के लिए भारत ने 318 मिलियन डॉलर (2720 करोड़ रुपए) का लोन दिया है। पीएम अनुराधापुरा के जयश्री महाबोधि मंदिर भी पहुंचे थे। यहां उन्होंने मंदिर में बौद्ध भिक्षुओं से भेंट की है। इस दौरान पीएम ने मंदिर के प्रमुख बौद्ध भिक्षु को उपहार भी दिया।

कल मछुआरों की रिहाई और तमिलों के अधिकारों पर बात की

इससे पहले शुक्रवार को दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। इस दौरान मोदी ने भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी और तमिल समुदाय के अधिकारों पर चर्चा की। शाम को पीएम मोदी ने श्रीलंका में तमिल समुदाय से मुलाकात की, कोलंबो में इंडियन पीस कीपिंग मेमोरियल पर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और 1996 का क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली श्रीलंकाई टीम से मिले। PM मोदी का यह चौथा श्रीलंका दौरा है। इससे पहले वे 2015, 2017 और 2019 में दौरा कर चुके हैं।

मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति से मछुआरों के सामने मछुआरों का मुद्दा उठाया

पीएम मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति दिसानाइके से भारतीय मछुआरों को तुरंत रिहा करने और उनकी नावों को छोड़ने पर बात की। उन्होंने कहा कि हम सहमत हैं कि हमें इस मामले में इंसानियत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। तमिल मुद्दे पर मोदी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि श्रीलंका सरकार तमिलों की उम्मीदों को पूरा करेगी और श्रीलंका के संविधान के तहत मिले पूरे अधिकारों को लागू करेगी। वहीं, राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा- “मैंने पीएम मोदी से कहा कि जरूरत के समय भारत की मदद हमारे लिए बेहद अहम रही है। मैंने उन्हें कहा है कि श्रीलंका अपने इलाके का इस्तेमाल भारत के सुरक्षा हितों के खिलाफ नहीं होने देगा।”

PM मोदी को मिला मित्र विभूषण अवॉर्ड

श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मित्र विभूषण अवॉर्ड दिया। मित्र भूषण अवॉर्ड श्रीलंका का गैर-नागरिकों के लिए सर्वोच्च सम्मान है।मोदी ने कहा कि यह सम्मान केवल मेरा सम्मान नहीं, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और श्रीलंका के लोगों के बीच ऐतिहासिक संबंधों और गहरी मित्रता का सम्मान है। PM मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति दिसानायके ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना था और उनके पहला विदेशी मेहमान बनने का सौभाग्य मुझे मिला। यह हमारे विदेशी संबंधों की गहराई का प्रतीक है।

साभार : दैनिक भास्कर

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