नई दिल्ली. नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट फॉर पोस्टग्रेजुएट कोर्सेस (NEET PG) 2025 की परीक्षा टाल दी गई है और अब यह 3 अगस्त 2025 को होगी. यह बदलाव सुप्रीम कोर्ट द्वारा नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशंस (NBE) को दिए गए एक्सटेंशन के बाद हुआ है. पहले यह परीक्षा 15 जून 2025 को होनी थी. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि इसके बाद कोई और एक्सटेंशन नहीं दिया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा एक शिफ्ट में हो परीक्षा?
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एग्जाम को एक ही शिफ्ट में आयोजित किया जाना चाहिए. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशंस इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने कोर्ट के निर्देश के बाद 27 मई 2025 को परीक्षा टालने की घोषणा की थी. परीक्षा टालने से अधिकारियों को कोर्ट के मानकों को पूरा करने के लिए टेस्ट सेंटर बढ़ाने और इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने का समय मिल गया.
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने जोर देकर कहा कि परीक्षा एक ही शिफ्ट में होनी चाहिए. इससे पहले, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस एन.के. अंजारिया की छुट्टियों वाली बेंच ने एनबीई की दो-शिफ्ट वाली योजना को “मनमाना” बताते हुए खारिज कर दिया था और कहा था कि “दो शिफ्टों में पेपर का डिफिकल्टी लेवल कभी भी समान नहीं हो सकता है.”
NBEMS के सामने बड़ी चुनौती
कोर्ट के निर्देश के बाद, NBEMS को अब नेशनल लेवल की इस परीक्षा को फिर से व्यवस्थित करने का एक बहुत बड़ा काम करना है. एक ही शिफ्ट में NEET PG आयोजित करने के लिए पूरे भारत में लगभग 900 नए परीक्षा केंद्र जोड़ने होंगे. इस विस्तार के लिए परीक्षा की पवित्रता बनाए रखने के लिए सिग्नल जैमर और बढ़ी हुई निगरानी सहित मजबूत सुरक्षा उपायों की भी जरूरत होगी. NBEMS के अनुसार, इस बड़े पैमाने पर ऑपरेशन में बदलाव के लिए एक्स्ट्रा टाइम की जरूरत थी, जिसके कारण परीक्षा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था.
साभार : जी न्यूज
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