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मुर्शिदाबाद हिंसा में पुलिस ने अब तक 22 लोगों को किया गिरफ्तार

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कोलकाता. केंद्र के नए वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में मुस्लिम समुदाय के विरोध प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को हुई हिंसा के बाद फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है और किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बाद रघुनाथगंज और सुती थाना क्षेत्रों में बीएनएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। साथ ही किसी भी गलत सूचना के प्रसार को रोकने के मकसद से जंगीपुर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं भी बुधवार रात से ही बंद कर दी गईं हैं। उधर, हिंसा के बाद बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इलाके में केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की है।

केंद्र के नए वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में मुस्लिम समुदाय के विरोध प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस का एक्शन जारी है। ङ्क्षहसा के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। हिंसा के बाद फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है, लेकिन इलाके में तनाव बना हुआ है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बाद रघुनाथगंज और सुती थाना क्षेत्रों में मंगलवार रात से ही बीएनएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। साथ ही किसी भी गलत सूचना के प्रसार को रोकने के मकसद से जंगीपुर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित रखा गया है।

जिले के सभी संवेदनशील इलाकों खासकर जंगीपुर शहर और उसके आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण व नियंत्रण में है। निषेधाज्ञा 10 अप्रैल शाम छह बजे तक जारी रहेगी, जबकि इंटरनेट सेवाएं 11 अप्रैल शाम छह बजे तक निलंबित रहेगी। मालूम हो कि वक्फ कानून को वापस लेने की मांग को लेकर मुर्शिदाबाद के जंगीपुर इलाके में मंगलवार दोपहर को विरोध प्रदर्शन के दौरान ङ्क्षहसा भड़क गई थी। बड़ी संख्या में एकत्रित हुए प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग- 12 को अवरुद्ध कर दिया था। सड़क जाम करने से रोकने पर पुलिस से झड़प हो गई थी। इसके बाद उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव के साथ उसके कुछ वाहनों में तोडफ़ोड़ की और आग लगा दी थी।

इस घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोल छोडऩे पड़े। हिंसा के बाद बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इलाके में केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा रही है और वह अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण में व्यस्त हैं।

फिर से तनाव फैला, पुलिस ने फिर किया लाठीचार्ज

इधर, ङ्क्षहसा के बाद बुधवार सुबह से इलाका शांत था। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, जंगीपुर के कुछ क्षेत्रों में दोपहर में नए सिरे से तनाव फैल गया। धारा 163 लागू होने के बावजूद कपासन इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन की कोशिश की। पुलिस द्वारा रोकने पर प्रदर्शनकारियों के साथ जमकर नोकझोंक हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।

ममता के निर्देश पर विधायक ने इलाके का किया दौरा, शांति की अपील की

इधर, ङ्क्षहसा के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर उनका दूत बनकर स्थानीय तृणमूल विधायक जाकिर हुसैन ने बुधवार को जंगीपुर के अशांत इलाकों का दौरा किया। तृणमूल विधायक ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक की और सभी से किसी भी उकसावे में आए बिना शांति बनाए रखने की अपील की।

साभार : दैनिक जागरण

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