देहरादून. पितृपक्ष के अवसर पर उत्तराखंड के चमोली जिले के बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। मोक्ष धाम कहे जाने वाले इस तीर्थ में श्रद्धालु अपने पितरों के लिए पिंडदान और तर्पण कर रहे हैं। मान्यता है कि यहां पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष और परिजनों को पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
30 अप्रैल से शुरू हुई बद्रीनाथ यात्रा बारिश के चलते भले ही धीमी हो गई थी, लेकिन अब मौसम अनुकूल होते ही श्रद्धालुओं की रौनक फिर लौट आई है। अब तक 13 लाख से अधिक तीर्थयात्री बद्री विशाल के दर्शन कर चुके हैं। पितृपक्ष पर यहां ब्रह्मकपाल तीर्थ का महत्व और भी बढ़ जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहीं भगवान शिव ने ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति पाई थी। तभी से यह स्थान पितरों को मोक्ष दिलाने वाला धाम माना जाता है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के धर्माधिकारी राधा कृष्ण थपलियाल ने बताया कि ब्रह्मकपाल पर पिंडदान और तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और संतति को उनके आशीर्वाद मिलते हैं।
SHABD, September 12, 2025
Matribhumisamachar


