मंगलवार, दिसंबर 09 2025 | 03:08:54 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 17 अगस्त को होगी भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 17 अगस्त को होगी भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक

Follow us on:

नई दिल्ली. केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने रविवार, 17 अगस्त को संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है. यह बैठक शाम को 6 बजे होगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और संभव हुआ तो उसी दिन नाम पर मुहर भी लगा दी जाएगी. चुनाव आयोग उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर चुका है. इसके लिए 9 सितंबर को वोट डाले जाएंगे. एनडीए शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों को दिल्ली में 21 अगस्त को रहने के लिए कहा गया है. उस दिन एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नामांकन होना. एनडीए शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री उसमें मौजूद रहेंगे. एक तरह से इसे नामांकन के साथ-साथ शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है.

इंडिया गठबंधन भी खड़ा करेगा साझा उम्मीदवार

उपराष्ट्रपति के चुनाव में इंडिया गठबंधन की ओर से भी साझा उम्मीदवार उतारा जाएगा. हालांकि, वो उम्मीदवार किस पार्टी का होगा या फिर कौन होगा इसे लेकर आने वाले दिनों में फैसला लिया जाएगा. विपक्षी दलों के बीच में भी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए भीतर ही भीतर चर्चा शुरू हो गई है.

9 सितंबर को वोटिंग

निर्वाचन आयोग ने 7 अगस्त 2025 को एक अधिसूचना (घोषणा) जारी की है, जिसमें उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए पूरा कार्यक्रम बताया गया है. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है. इसके बाद 22 को नामांकन की जांच की जाएगी. वहीं, उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 25 अगस्त है. इसके बाद 9 सितंबर को वोट डाले जाएंगे.

21 जुलाई को अचानक दे दिया था इस्तीफा

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अपने पद से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा, जो तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया. धनखड़ ने अपने इस्तीफे में लिखा कि हाल के दिनों में उनकी तबीयत लगातार गिरती जा रही थी और उन्हें डॉक्टरों की सलाह पर पूर्ण विश्राम की आवश्यकता है. उन्होंने लिखा कि देश की सेवा करना मेरे जीवन का गौरव रहा है, लेकिन अब मैं अपनी सेहत को प्राथमिकता देने को विवश हूं.

साभार : टीवी9 भारतवर्ष

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

निजी गतिविधियों की तस्वीर लेना या वीडियो बनाना ही ताकझांक वाला क्राइम : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी महिला की सिर्फ तस्वीर खींचना या मोबाइल फोन …