नई दिल्ली. दिल्ली के अशोक नगर क्षेत्र में बुर्का पहनकर प्रेमिका को उसके घर की पांचवी मंजिल से फेंककर हत्या करने वाले तौफीक को वारदात के दो दिन बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उसकी तलाश में पुलिस उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित उसके गृह क्षेत्र टांडा इलाके में छापेमारी कर रही है। इस वारदात से स्वजन, स्थानीय लोगों के साथ हिंदू संगठनों में रोष है। हिंदू संगठनों आरोप है युवती लव जिहाद का शिकार हुई है। स्वजन का कहना है उनकी बेटी ने आरोपित के हाथ पर राखी तक बांधी थी। हत्या के विरोध में मंडोली रोड बाजार बंद रहा।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अशोक नगर को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है। जीटीबी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। युवती के घर से लेकर मंडोली शवदाहगृह तक पुलिस का कड़ा पहरा रहा। ज्योति नगर थाना पुलिस ने सोमवार को हत्या के प्रयास की एफआइआर दर्ज की थी, मंगलवार को उसमे हत्या की धारा जोड़ी गई है। पीड़ित परिवार हिंदू है। पीड़ित परिवार ने कहा कि वह आरोपित को तीन वर्षों से जानते थे। वह घर भी आता था। अच्छे से मिलता था।उनकी बेटी तौफीक को राखी भी बांधी थी। वह उसे बहन की तरह मानता था। उसके स्वभाव से कभी लगा ही नहीं वह कितना घातक है। उनके घर में वह खाना भी खाता था। परिवार ने बताया कि उनके मकान में फ्लैट सिस्टम है। छत का दरवाजा खुला रहता है।
सोमवार सुबह आरोपित बुर्का पहनकर उनके घर की छत पर पहुंचा और फोन करके युवती को छत पर बुलाया। आठ बजे के करीब युवती को छत से नीचे फेंक दिया। युवती के नीचे गिरने पर तेज आवाज हुई। परिवार फ्लैट के बाहर आया तो देखा तौफीक बुर्का पहने हड़बड़ाहट में भाग रहा था। परिवार छत पर गया तो देखा युवती खून से लथपथ नीचे पड़ी है। उसे अस्पताल मे भर्ती करवाया, जहां डाक्टरों ने सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे मृत घोषित कर दिया। परिवार का कहना है आरेापित को सख्त सजा मिलनी चाहिए। परिवार ने यह भी कहा कि पहले कभी उन्होंने आरोपित के खिलाफ पुलिस में उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ व परेशान करने की शिकायत नहीं की। पीड़िता के घर के नजदीकी बाजार में आरोपित किराना दुकान पर नौकरी करता था।
पुलिस सूत्रों का कहना है आरोपित व युवती के बीच दोस्ती थी। वह फोन पर बातचीत भी करते थे। कुछ माह से दोनों के बीच नाराजगी थी। आशंका बर्का पहनकर आरोपित इसलिए गया था, ताकि उसे कोई पहचान न सकें।
मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया
हत्या से गुस्साए मंडोली रोड बाजार के व्यापारियों ने मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। महाराजा अग्रसेन मार्केटद एसोसिएशन के सचिव सतेंद्र शर्मा ने कहा कि मार्केट में तीन सौ दुकाने हैं। करीब 15 दुकानें मुस्लिम समुदाय के लोग किराये पर चला रहे हैं। करीब 25 से 30 मुस्लिम कर्मचारी बाजार में नौकरी कर रहे थे। उन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। उनके आधार की कापी एसोसिएशन ने जमा कर ली है। अगर कोई वारदात होती है तो पुलिस को वह कापी दें दी जाएंगी।
आरोपित की तलाश में पुलिस की कई टीमे लगी हुई हैं। कई लोगों से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। आरोपित को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
आशीष मिश्रा, जिला पुलिस उपायुक्त।
साभार : दैनिक जागरण
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