नई दिल्ली. सीबीआई ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की मदद से कुख्यात अपराधी लखविंदर कुमार को अमेरिका से वापस लाने में बड़ी सफलता हासिल की है. लखविंदर हरियाणा पुलिस को कई मामलों में वांछित था, जिसमें रंगदारी, धमकाना, गैर कानूनी हथियार रखना और हत्या की कोशिश जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. बताया जा रहा है कि लखविंदर कुमार कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है.
बता दें कि हरियाणा पुलिस की मांग पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. इसके बाद उसे अमेरिका से डिपोर्ट किया गया और शनिवार (25 अक्टूबर) को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारते ही हरियाणा पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
अब तक 130 से ज्यादा अपराधी लाए गए भारत
दरअसल सीबीआई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भगोड़ों पर नजर रखने के लिए इंटरपोल के जरिए कार्रवाई करती है. पिछले कुछ सालों में इंटरपोल की मदद से 130 से ज्यादा अपराधियों को वापस भारत लाया जा चुका है. एफबीआई सैक्रामेंटो ने 6 जून को सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी थी कि उन्होंने कुख्यात अपराधी लखविंदर कुमार को स्टॉकटन में पकड़ा है.
एफबीआई की लिस्ट में इन अपराधियों के नाम
एफबीआई ने कहा था कि वह देश भर में अपराधियों को पकड़ने के लिए होमलैंड सिक्योरिटी के साथ मिलकर काम कर रही है. इस लिस्ट में लखविंदर लक्खा (कैथल), साहिल रितोली (रोहतक), दिलेर कोटिया (करनाल), सौरभ गडोली (गुरुग्राम), दिनेश गांधी (गुरुग्राम), अमन भैंसवाल (सोनीपत) और सुशील उर्फ शीला (सोनीपत) जैसे नाम शामिल हैं.
388 प्रत्यर्पण की मांगें अभी भी लंबित
बता दें कि विदेशों में छिपे भगोड़ों को भारत लाने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए सीबीआई ने 16-17 अक्टूबर को एक दो दिन का सम्मेलन आयोजित किया था. इस सम्मेलन में प्रत्यर्पण और निर्वासन की प्रक्रिया को और तेज करने के तरीकों पर चर्चा हुई थी. इसमें सीबीआई डायरेक्टर प्रवीण सूद ने बताया था कि विभिन्न देशों के साथ भारत की 388 प्रत्यर्पण की मांगें अभी भी लंबित हैं. उन्होंने कहा था कि 957 इंटरपोल रेड नोटिस जारी किए गए हैं.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
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