लंदन. ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड यूनियन में भारत-पाकिस्तान के बीच 27 नवंबर को होने वाली डिबेट कैंसिल हो गई। पाकिस्तान और भारत के वक्ताओं को इस डिबेट में हिस्सा लेना था।
अब दोनों देशों ने एक-दूसरे पर बैठक से पीछे हटने का आरोप लगाया है। पहले पाकिस्तान ने गुरुवार को दावा किया था कि भारतीय वक्ता ऑक्सफोर्ड यूनियन में होने वाली डिबेट से पहले आखिरी मौके पर भाग गए, इसलिए उन्हें ‘वॉकओवर’ (बिना लड़े मिली जीत) मिल गया।
इसके बाद भारतीय सीनियर एडवोकेट जे साई दीपक ने आरोपों को झूठा बताते हुए खुलासा किया कि पाकिस्तानी टीम ही आखिरी वक्त पर बहस में शामिल नहीं हुई, जिसके बाद डिबेट को रद्द करना पड़ा।
दीपक ने सबूत के तौर पर ईमेल और कॉल रिकॉर्ड पेश किए। उन्होंने कहा कि, भारतीय टीम बहस के लिए तैयार थी, लेकिन पाकिस्तान ने डिबेट कैंसिल करवा दी। मामले में ऑक्सफोर्ड यूनियन ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है।
ऑक्सफोर्ड यूनियन को जानिए जहां बहस होनी थी…
ऑक्सफोर्ड यूनियन (OU) में गुरुवार रात भारत-पाकिस्तान के वक्ताओं के बीच डिबेट होना तय था। OU दुनिया की सबसे पुरानी स्टूडेंट डिबेट सोसाइटी है। 1823 में स्थापित OU को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र चलाते हैं। हालांकि यह यूनिवर्सिटी का आधिकारिक हिस्सा नहीं है। यह एक आजाद छात्र संगठन है।
OU में दुनियाभर के बड़े नेता, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, अभिनेता, लेखक भाषण दे चुके हैं। बहसें लाइव होती हैं, जिसे यूट्यूब पर लाखों-करोड़ों लोग देखते हैं। बहस के बाद जीत-हार दर्शकों के वोट से तय होती है।
इस बार भारत-पाकिस्तान के वक्ताओं के बीच होने वाली बहस का टाइटल ‘India’s Policy Towards Pakistan is a Populist Strategy Sold as Security Policy’ रखा गया था।
इसे आसान भाषा में समझें तो इसका मतलब है, ‘भारत की पाकिस्तान पर बनाई गई नीतियां जनता की भावनाओं को ध्यान में रखकर बनाई जाती हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षा की जरूरत बताया जाता है।’
डिबेट के आर्गनाइजर पाकिस्तानी
इस डिबेट को OU के अध्यक्ष मूसा हर्राज ने ऑर्गनाइज किया था। मूसा पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो, पूर्व राष्ट्रपति अहमद नवाज और इसरार खान के बाद इसके अध्यक्ष बनने वाले चौथे पाकिस्तानी हैं।
मूसा पिछले महीने OU के अध्यक्ष बने हैं। वह पाकिस्तान के चर्चित नेता मोहम्मद रजा हयात हर्राज के बेटे हैं।
भारत-पाकिस्तान की ओर से 3-3 स्पीकर शामिल होने थे
भारत की तरफ से डिबेट में शामिल होने वाले 3 लोग- पूर्व चीफ जनरल MM नरवणे, बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट थे। जबकि पाकिस्तान की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल जुबैर महमूद हयात, पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और पूर्व राजनयिक डॉ. मोहम्मद फैसल शामिल होने वाले थे।
भारत की ओर से भारतीय सीनियर एडवोकेट जे साई दीपक डिबेट के आयोजकों के साथ संपर्क में थे।
ऑक्सफोर्ड यूनियन ने बहस से दो दिन पहले दीपक को बताया कि खराब तबीयत के कारण स्वामी और नरवणे शामिल नहीं हो सकते हैं, और उनसे दूसरे विकल्प सुझाने के लिए कहा गया।
प्रियंका चतुर्वेदी ने अनप्रोफेशनल बता आने से मना किया था
दीपक यूनियन के पास कोई विकल्प लेकर पहुंचते इससे पहले ही उन्हें फोन करके बताया गया कि बहस के लिए सुहेल सेठ और शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी से संपर्क कर लिया है और उन्होंने पुष्टि भी कर दी है।
26 तारीख को यूनियन ने दीपक को फोन करके बताया कि शॉर्ट नोटिस के कारण सुहेल सेठ और प्रियंका चतुर्वेदी नहीं आ सकेंगी।
प्रियंका चतुर्वेदी ने भी साफ कहा कि जुलाई में उन्हें न्योता मिला था, लेकिन आयोजकों ने महीनों चुप्पी साधे रखी और 25 नवंबर को अचानक मेल किया। उन्होंने इसे अनप्रोफेशनल बताकर मना कर दिया।
डिबेट से तीन घंटे पहले PAK स्पीकर के नहीं आने की जानकारी दी गईं
सुहेल सेठ और प्रियंका चतुर्वेदी के नहीं आने पर साई दीपक खुद ब्रिटेन पहुंचे और आखिरी मौके पर ब्रिटेन में रहने वाले दो भारतीय मूल के स्पीकर मनु खजूरिया और पंडित सतीश शर्मा को टीम में शामिल कर लिया। यानी भारतीय टीम पूरी तरह तैयार थी।
दीपक ने आगे बताया डिबेट डिनर से सिर्फ तीन घंटे पहले आयोजक मूसा हर्राज ने फोन करके कहा कि डिबेट रद्द कर दी गई क्योंकि पाकिस्तानी स्पीकर ब्रिटेन नहीं आए हैं।
पाकिस्तान ने भारत पर पीछे हटने का आरोप लगाया, जीत का दावा किया
इसपर विवाद तब बढ़ गया जब पाकिस्तानी हाई कमीशन ने गुरुवार को X पर पोस्ट पर दावा किया कि भारत बहस से पीछे हट गया है, जिसके कारण पाकिस्तान बहस जीत गया है।
कमीशन ने दावा किया कि भारत की ओर से आए वक्ता जनरल नरवणे, डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, सचिन पायलट अंतिम समय में वापस चले गए। जिससे कार्यक्रम में विरोधी पैनल नहीं बचा।
इसमें आगे आरोप लगाया गया कि भारत ने बाद में कम-प्रोफाइल वाले स्पीकर का प्रस्ताव रखा जो पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के स्तर से मेल नहीं खाता था।
साई दीपक बोले- बहस से पहले ही भाग गई थी पाकिस्तानी टीम
साई दीपक ने पाकिस्तान के दावों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंंने बताया कि पाकिस्तानी टीम होटल में थी, लेकिन बहस से पहले ही भाग गई। उन्होंने पाक को ‘आतंकियों की तरह बच्चों के पीछे छिपने वाला’ बताया।
पाकिस्तानी हाई कमीशन ने भारत के बैक-आउट करने का कोई सबूत नहीं दिया। इसके बाद साई दीपक ने पाकिस्तान को खुली चुनौती दी कि अगर पाकिस्तानी टीम अभी भी ऑक्सफोर्ड में है तो सामने आए और डिबेट करे।
साई दीपक ने कॉल लॉग और मेल सार्वजनिक किए…
साई दीपक ने मूसा हर्राज के साथ हुई बातचीत के कॉल लॉग सबूत के तौर पर सार्वजनिक किए हैं।
साई दीपक ने पिछले महीने ऑक्सफोर्ड यूनियन से मिला एक ईमेल भी पोस्ट किया था जिसमें 27 नवंबर के कार्यक्रम में उनकी भागीदारी की पुष्टि की गई थी।
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