रविवार, दिसंबर 07 2025 | 02:33:20 AM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / अमेरिका का ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर हवा में पैसेंजर प्लेन से टकराया

अमेरिका का ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर हवा में पैसेंजर प्लेन से टकराया

Follow us on:

वाशिंगटन. अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में बीते बुधवार देर रात को एक बड़ा विमान हादसा हुआ है. दरअसल एक यात्री विमान अमेरिकी सेना के ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर से टकरा गया है. इस टक्कर के बाद विमान आग के गोले में तब्दील होकर पोटोमैक नदी में जा गिरा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस सैन्य ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर से विमान टकराया है, वो कितना घातक है. आज हम आपको ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर की खासियत बताएंगे.

क्या है मामला?

बता दें कि बीते बुधवार रात अमेरिकन एयरलाइंस का यात्री विमान करीब 64 लोगों को लेकर कैन्सस से वॉशिंगटन डीसी आ रहा था. लेकिन इस दौरान रीगन नेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर उतरने के पहले विमान की हवा में ही सैन्य हेलिकॉप्टर से टक्कर हो गई. इस टक्कर के बाद में आसमान में विशाल आग का गोला नजर आ रहा था. जिसके बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान पोटोमैक नदी में जाकर गिरा था.

कितने लोग थे सवार?

एयरलाइन ने बताया कि कैंसस से वॉशिंगटन डीसी जा रही अमेरिकन ईगल फ्लाइट 5342 में 60 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे. वहीं इसकी टक्कर जिस अमेरिकी सेना के ब्लैकहॉक हेलिकॉप्टर से हुई है,उसमें तीन सैनिक सवार थे. हालांकि हेलिकॉप्टर में कोई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सवार नहीं था.

अमेरिका का ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर

ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर अमेरिकी सेना का एक खास हेलिकॉप्टर है. इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल सैन्य युद्ध और रेस्क्यू समेत कई कामों में किया जाता है. बता दें कि ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर की सबसे खास बात ये है कि ये 357 किमी प्रति घंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. वहीं ऑपरेशनल रेंज 583 किलोमीटर है. इसके अलावा इसमें जनरल इलेक्ट्रिक का टी-700-जीई-701सी/डी टर्बोशॉफ्ट इंजन इसमें लगा है.

कितना उठा सकता है वजन?

ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर 9979 किलोग्राम वजन के साथ उड़ान भर सकता है. अमेरिकी सेना अधिकांश जगहों पर इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करती है. इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल सैन्य ऑपरेशनों में कई बार किया जा चुका है. अमेरिका के अलावा भी कई देश हैं, जिनके पास ये हेलिकॉप्टर मौजूद है. जानकारी के मुताबिक अमेरिका के अलावा जापान, कोलंबिया, दक्षिण कोरिया, इजरायल, ब्राजील, चीन, मेक्सिको, फिलीपींस समेत कई अन्य देशों एयर फोर्स इसका इस्तेमाल करती हैं. इसकी एक यूनिट की कीमत 21300000 डॉलर है. हालांकि कई बार दावा किया जाता है कि अफगानिस्तान के तालिबान के पास भी यह हेलीकॉप्टर है.

साभार : एबीपी न्यूज

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

 

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

पाकिस्तानी सेना और तालिबान में रात भर चली गोलीबारी में 4 की मौत, तनाव बढ़ा

काबुल. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बॉर्डर पर एक बार फिर जंग जैसे हालात बनते …