रविवार, दिसंबर 07 2025 | 06:38:54 AM
Breaking News
Home / राज्य / दिल्ली / दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष को 5 करोड़ न देने पर हत्या की धमकी

दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष को 5 करोड़ न देने पर हत्या की धमकी

Follow us on:

नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रौनक खत्री को जान से मारने की धमकी दी गई है. यह जानकारी उन्होंने खुद दी. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, यह धमकी कुख्यात रोहित गोदारा की ओर से दी गई है. गैंग से जुड़े शख्स ने रौनक के व्हॉट्सएप पर मैसेज भेजकर 5 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की है. रौनक खत्री को व्हॉट्सएप पर लगातार धमकी भरे मैसेज और कॉल किए गए. धमकी देने वाले ने साफ शब्दों में कहा- ”पांच करोड़ रुपये दे दे, नहीं तो मरने के लिए तैयार हो जा.” मैसेज एक विदेशी नंबर से आया है.

फोन न उठाने पर भड़का बदमाश

धमकी देने वाले ने रौनक खत्री को वॉट्सएप पर कई बार कॉल भी किया है. हालांकि, रौनक की ओर से जवाब न मिलने पर शख्स ने आगे लिखा, “फोन नहीं उठा रहा तो गोली खाने के लिए तैयार रह.” इस संबंध में रौनक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

5 करोड़ न देने पर गंभीर परिणाम की धमकी

शिकायत में कहा गया है कि अज्ञात नंबर से उन्हें कई बार कॉल किए गए हैं और व्हॉट्सएप पर मैसेज भेजकर पांच करोड़ रुपये की मांग की गई है. धमकी भेजने वाले ने कहा कि मांग पूरी न होने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

गोदारा गैंग के कनेक्शन की जांच में जुटी पुलिस

पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह धमकी वास्तव में रोहित गोदारा गैंग ने दी है या उसके नाम का इस्तेमाल कर कोई और व्यक्ति खौफ फैलाने की कोशिश कर रहा है. दिल्ली पुलिस के साइबर विंग और क्राइम ब्रांच को मामले की जांच सौंपी गई है.

रौनक खत्री ने रखीं तीन मांगें

धमकी मिलने के बाद डूसू के पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री ने पुलिस से सुरक्षा की डिमांड की है. रौनक खत्री ने पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द नंबर को ट्रेस कर आरोपी का पता लगाएं. इसके अलावा, उन्होंने तीन जरूरी मांगें रखी हैं.

रौनक खत्री ने कहा, “मेरी तीन मांगें हैं-

1. सबसे पहले एफआईआर रजिस्टर हो.
2. इसके बाद मुझे पुलिस सिक्योरिटी मिले, क्योंकि मेरा परिवार मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है. घर के पास पुलिस तैनात हो.
3. जब तक यह केस सॉल्व न हो जाए, मैं अपने लिए पुलिस सुरक्षा की मांग करता हूं.”

साभार : एबीपी न्यूज

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 3 आतंकवादियों को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को आतंक के खिलाफ कार्रवाई में बड़ी सफलता …