नई दिल्ली (मा.स.स.). भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद से सौरभ गांगुली का हटना तय है. टीएमसी नेताओं ने इसे बंगाल की राजनीति से जोड़ते हुए कहा था कि सौरभ गांगुली ने भाजपा ज्वाइन करने से मना कर दिया, इसलिए उन्हें बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटाया जा रहा है. ऐसी भी खबरें आई थीं कि सौरभ गांगुली दूसरा कार्यकाल चाहते थे, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया. इन खबरों ने टीएमसी नेताओं के आरोपों को और बल दिया था. इस पूरे घटनाक्रम पर अब सौरभ गांगुली ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि बीसीसीआई के किसी भी पद पर कोई स्थायी नहीं होता. सौरभ ने कहा कि वो 5 साल बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रहे, वर्षों से बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं. जिस प्रकार हम हमेशा टीम में नहीं रह सकते, उसी तरह हमेशा प्रशासक भी नहीं बने रह सकते. बीसीसीआई अध्यक्ष के पद के लिए पूर्व तेज गेंदबाज रोजर बिन्नी का नाम सबसे आगे चल रहा है. उनका नया अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय है. बिन्नी इस समय कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं.
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