अहमदाबाद (मा.स.स.). भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने वार्षिक समुद्री खोज और बचाव (एम-एसएआर) बैठकों की श्रृंखला के तहत 18 नवंबर, 2022 को गुजरात के केवडिया में 20वीं राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव (एनएमएसएआर) बोर्ड की बैठक आयोजित की। इस शीर्ष स्तर की बैठक की अध्यक्षता आईसीजी के महानिदेशक वीएस पठानिया ने की, जो एनएमएसएआर बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।
अध्यक्ष पठानिया ने अपने उद्घाटन भाषण में बोर्ड के अधीन एम-एसएआर सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए अन्य हितधारकों/संसाधन एजेंसियों के साथ समन्वय में आईसीजी की विभिन्न पहलों को रेखांकित किया। इस बैठक के दौरान वीएस पठानिया ने राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव योजना-2022 की शुरुआत की। यह एम-एसएआर प्रणाली के कामकाज की दिशा में एक एकीकृत और समन्वित दृष्टिकोण को निर्देशित करने के लिए सभी प्रतिभागी एजेंसी और हितधारकों के लिए एक नीति दस्तावेज के रूप में कार्य करती है।
नीतिगत ढांचे और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न समुद्री सुरक्षा मुद्दों पर विचार-विमर्श और एसएआर सेवाओं के सुधार के क्षेत्रों की पहचान के अलावा आईसीजी, इसरो, महाराष्ट्र राज्य मत्स्यपालन और कर्नाटक राज्य मत्स्यपालन के विषय विशेषज्ञों ने तकनीकी प्रस्तुतियां भी दीं। इसके बाद हितधारकों की ओर से एजेंडा बिंदुओं पर विचार- विमर्श सत्र और चर्चाएं आयोजित की गईं।
एनएमएसएआर बोर्ड की बैठक हर साल भारतीय खोज और बचाव क्षेत्र (आईएसआरआर) के विशाल 46 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में नाविक व मछुआरों के लिए नीतिगत मुद्दों, दिशानिर्देशों और प्रक्रियाओं को तैयार करने, राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव योजना की प्रभावकारिता का आकलन करने व सेवाओं पर चर्चा करने के लिए होती है। इसमें विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों, सशस्त्र बलों, सभी तटीय राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की ओर से कुल 31 सदस्य होते हैं।