कानपुर (मा.स.स.). शहर में जाम की समस्या नई नहीं है। अक्सर ही विभिन्न स्थानों पर लोगों को जाम से जूझना पड़ता है, लेकिन कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां जाम लगेगा ही और यह बात पुलिस को भी पता है। इसका कारण फुटपाथ पर अतिक्रमण भी है। इसके बाद भी पुलिस इसको लेकर कोई कार्रवाई करने की कोशिश नहीं करती है।
जरीब चौकी शहर की सबसे व्यस्ततम क्रासिंग में से एक है। जब तक ट्रेन नहीं आती, तब तक यातायात सुचारु रूप से चलता रहता है और इसकी व्यस्तता का अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है। किन्तु जैसे ही ट्रेन आने के कारण क्रासिंग बंद होती है। वाहनों की लम्बी लाईन लग जाती है। क्रासिंग खुलने के बाद लाईन में लगे अंतिम व्यक्ति को निकलने में आधा से एक घण्टा तक का समय लग जाता है। ऐसा दो कारणों से होता है, पहला ट्राफिक और दूसरा क्रासिंग से लेकर जेके जूट मिल तक सड़क किनारे फुटपाथ घेर कर खड़े ठेले वालों के कारण। वाहनों की अधिक आवाजाही को देखते हुए सड़क चौड़ी बनाई गयी थी, लेकिन आधी सड़क तक तो ठेले वाले ही नजर आते हैं, इस कारण सड़क की चैड़ाई घटकर बहुत कम रह जाती है।
यदि यह अतिक्रमण हट जाए, तो लोगों को क्रासिंग खुलने के बाद निकलने में बहुत राहत मिले, लेकिन पुलिस इस रोज लगने वाले जाम के बारे में जानकर भी अनजान बनी हुई है। स्थानीय पुलिस की इस लापरवाही के कारण यह जाम लोगों के लिये स्थायी समस्या बन चुका है।