नई दिल्ली (मा.स.स.). बिजली मंत्रालय के तत्वाधान में एनबीएफसी महारत्न सीपीएसयू आरईसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसलटैंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल) ने ट्रांसमिशन परियोजना के निर्माण के लिए सृजित परियोजना विशिष्ट स्पेशल पर्पस वेहीकल (एसपीवी) अर्थात ‘केपीएस 1 ट्रांसमिशन लिमिटेड’ को 20 अप्रैल 2023 को मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को सौंप दिया। इस एसपीवी को सौंपने के साथ, आरईसीपीडीसीएल ने सफलतापूर्वक अब लगभग 70,974 करोड़ रुपये की लागत की 52 से अधिक ट्रांसमिशन परियोजनाओं को सौंप दिया है।
यह एसपीवी आरईसीपीडीसीएल के सीईओ राहुल द्विवेदी द्वारा कल शाम गुरुग्राम के एक समारोह में आरईसीपीडीसीएल के सीजीएम पी. एस. हरिहरण तथा आरईसीपीडीसीएल के, एमईआईएल एवं सीटीयूआईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के उपाध्यक्ष प्रवीण शरद दीक्षित को सौंपा गया है। मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड भारत सरकार के बिजली मंत्रालय की अंतर-राज्य ट्रांसमिशन परियोजना की सफल बोलीकर्ता थी और आरईसीपीडीसीएल बोली प्रक्रिया की समन्वयक थी। मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का चयन भारत सरकार के बिजली मंत्रालय द्वारा अधिसूचित मानक बोली दस्तावेजों और दिशानिर्देशों की तर्ज पर ट्रांसमिशन सेवा प्रदाता के चयन के लिए प्रशुल्क आधारित प्रतिस्पर्धा बोली (टीबीसीबी) के माध्यम से किया गया था।
इस कार्य में केपीएस 1 – खावडा पीएस जीआईएस (केपीएस 2) 765 केवी डबल सर्किट लाइन का कार्यान्वयन तथा खावडा पीएस 1 का संवर्द्धन शामिल है। इस परियोजना को 21 महीनों में कार्यान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
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