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श्रीअन्न से छोटे किसानों को बहुत लाभ, देश की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा : नरेंद्र सिंह तोमर

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देहरादून (मा.स.स.). चार दिवसीय उत्तराखंड श्रीअन्न (मिलेट्स) महोत्सव का समापन समारोह आज देहरादून में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। यहां तोमर ने कहा कि श्रीअन्न के फायदे ही फायदे हैं, विशेषकर हमारे छोटे किसानों को इससे बहुत लाभ हैं। श्रीअन्न से उनकी आय बढ़ने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि श्रीअन्न का सेवन स्वस्थ रहने का माध्यम है। श्रीअन्न पोषकता से परिपूर्ण है, जिसे उगाने में किसानों को लागत कम आती है, इसके लिए फर्टिलाइजर की जरूरत नहीं पड़ती, कम बारिश में भी इसकी खेती आसानी से हो सकती है।

छोटे किसानों की आमदनी बढ़ाने, लोगों को स्वस्थ रखने व देश-दुनिया में, भोजन की थाली में श्रीअन्न को सम्मानजनक स्थान दिलाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से वैश्विक मंच पर प्रस्ताव रखा, जिसका 72 देशों ने समर्थन किया और यूएन ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में इस वर्ष के आयोजन से श्रीअन्न की महत्ता का प्रसार हो रहा है। श्रीअन्न से एग्री स्टार्टअप्स बढ़ेंगे, रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी, उत्पादन व उत्पादकता बढ़ेगी, साथ ही प्रोसेसिंग होगी एवं निर्यात भी बढ़ेगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। इस तरह, श्रीअन्न अनेक आयाम है।

तोमर ने कहा कि गरीबों के घर शौचालय बनाने, बिजली पहुंचाने, प्रधानमंत्री आवास बनाने, गरीब महिलाओं की प्रगति स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से करने सहित उनके जीवन स्तर में आमूलचूल परिवर्तन लाने पर प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि रहती है। देश की अर्थव्यवस्था बढ़े, विकास बढ़े, उद्योग बढ़े, मेक इन इंडिया हो, स्टार्टअप इंडिया हो, स्किल इंडिया हो और हमारा देश ताकतवर ही नहीं हो, बल्कि ऐसी महाशक्ति बनें कि सारी दुनिया में भारत का लोहा मानने के लिए लोगों को विवश होना पड़े, इस प्रकार का बहुआयामी सोच प्रधानमंत्री जी का हैं। तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की कार्यकुशलता, दूरदृष्टि व परिश्रम के परिणामस्वरूप भारत की साख सारी दुनिया में बढ़ रही है। कोई हमसे सहमत हो या न हो, उसके बावजूद किसी भी वैश्विक मंच पर जब चर्चा होती है, अर्थव्यवस्था की बात चलती है तो दुनिया के अर्थशास्त्रियों को यह कहने के लिए विवश होना पड़ता है कि आने वाले कल में दुनिया में तेजी के साथ आगे बढ़ने वाली कोई अर्थव्यवस्था है, तो वह भारत है। यह हमारे लिए सौभाग्य व गर्व की बात है।

केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि भारत की विशेषता दुनिया की विशेषता बनें, इसमें प्रधानमंत्री जी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। योग भारत की पुरातनकालीन विधा है, जो धीरे-धीरे विलुप्त हो रही थी, जिसे स्वामी रामदेव ने अभियान चलाकर घर-घर में स्थान दिलाने का काम किया, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में योग की विशेषताओं को प्रतिपादित किया और सारी दुनिया से आग्रह किया कि योग दिवस मनाया जाएं, जिसके माध्यम से आज विश्वभर में भारतीय योग विधा की गूंज हुई है। स्वस्थ रहना है तो योग जरूरी है। तोमर ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनने के बाद से लगातार खेती के क्षेत्र को उन्होंने प्राथमिकता दी है। वर्ष 2014 में कृषि का बजट लगभग 21 हजार करोड़ रुपये था, जो आज लगभग सवा लाख करोड़ रु. है, यानी पांच गुना से ज्यादा वृद्धि हुई है।

छोटे किसानों को आय सहायता के लिए पीएम-किसान स्कीम द्वारा करोड़ों किसानों के बैंक खातों में केंद्र ने 2.40 लाख करोड़ रु. जमा किए हैं। इसी तरह, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना द्वारा बीमित किसानों के लिए सुरक्षा कवच, खाद्यान्न उत्पादकता में वृद्धि, जैविक व प्राकृतिक खेती पर बल देने सहित हर दिशा में कृषि मंत्रालय ने कदम बढ़ाएं हैं और धनराशि का आवंटन भी बढ़ाया है। तोमर ने कहा कि विविध जलवायु से आच्छादित उत्तराखंड की देवभूमि कृषि के लिए बहुत ही अनुकूल है। पिछले पांच वर्षों से उत्तराखंड में कृषि मंत्रालय की योजनाओं का ठीक प्रकार से क्रियान्वयन व किसानों तक इनका लाभ पहुंचाने में उत्तराखंड सरकार अग्रणी भूमिका निर्वहन कर रही है। उत्तराखंड कृषि के हर क्षेत्र में आगे बढ़े, जहां भी केंद्र सरकार की आवश्यकता पड़ेगी, प्रधानमंत्री जी सहित पूरी भारत सरकार देवभूमि के साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी। समारोह में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी, वित्त मंत्री प्रेम अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, आचार्य बालकृष्ण, राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, किसान एवं स्टार्टअप्स प्रतिनिधि मौजूद थे।

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