लखनऊ. बरेली में रविवार को गुंसाई गौंटिया से जोगी नवादा के वनखंडी नाथ मंदिर जा रहे कांवड़ियों के जत्थे पर इबादत स्थल के सामने पथराव कर दिया गया था। पथराव में कुछ कांवड़िये घायल हो गए थे। इसके बाद जमकर बवाल हुआ था। सोमवार को इन्हीं कांवड़ियों का जत्था कछला घाट से गंगाजल लेकर जोगी नवादा वापस लौटा।
वनखंडी नाथ मंदिर में जलाभिषेक के बाद डीजे बजाते सैकड़ों कांवड़िये उसी रास्ते से वापस गए, जहां पर रविवार को विवाद हुआ था। इस दौरान पुलिस के साथ आरएएफ और पीएसी भारी संख्या में मौजूद रही। कावड़ियों का जत्था निकलने के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
यह था मामला
बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा में रविवार दोपहर इबादत स्थल के पास कांवड़ियों पर पथराव कर दिया गया था। इसके बाद आक्रोशित कांवड़ियों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। उन्होंने पूर्व पार्षद उस्मान की शह पर घटना का आरोप लगाकर नारेबाजी की। पीलीभीत बाईपास पर जाम लगाया था। अफसरों ने कांवड़ियों को समझाया। इसके बाद शांत हुए।
इस मामले में कांवड़िया अमित प्रजापति ने बारादरी पुलिस को तहरीर दी। इसमें उस्मान अल्वी, इबादत स्थल के मौलाना व उनका बेटा, सलीम शाह, छोटे शाह, सलीम का लड़का, मम्मा ढोल, राशिद मुखबिर समेत 150 लोगों की भीड़ का जिक्र है। पुलिस ने उस्मान अल्वी को बवाल के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।
साभार : अमर उजाला
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