लखनऊ. बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) की बसपा सांसद दानिश अली (Danish Ali) पर आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला गहराता जा रहा है. इस घटना के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अली से मुलाकात की थी. जिसकी तस्वीरें भी सामने आईं, जिसमें राहुल गांधी दानिश अली को गले लगाते दिखे. कांग्रेस ने इसे मोहब्बत की दुकान बताया था, जिसे लेकर अब बीजेपी (BJP) सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. पाठक ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया.
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने सवाल उठाया कि जब सनातन धर्म की तुलना बीमारी से की जाती है तो उस पर कुछ नहीं होता. उन्होंने सोमवार (25 सितंबर) को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लंबी पोस्ट लिखते हुए कांग्रेस पर हमला किया और कहा, “किसी धर्म विशेष के कट्टरपंथी पर टिप्पणी नफरत की दुकान है, जबकि हिन्दुओं को गाली देकर सनातन की तुलना डेंगू, मलेरिया से कर देना, रामचरित मानस को जलाना, इस देश में मोहब्बत का प्रतीक है?”
दानिश अली पर लगाया हूट करने का आरोप
सुब्रक पाठक ने आगे कहा, “ये तुष्टिकरण की ही तो राजनीति है कि पिछले कई दिनों से बसपा सांसद दानिश अली लगातार रमेश बिधूड़ी को हूट कर रहे थे, उस दिन भी रमेश बिधूड़ी के बोलते हुए दानिश अली हूटिंग कर रहे थे, स्वभाव वश फिर बिधूड़ी कंट्रोल नहीं कर सके और गुस्से में अभद्रता कर बैठे, वैसे ही जैसे उत्तेजना वश राहुल गांधी ने संसद में आंख मारी और सत्ता पक्ष की तरफ फ़्लाइंग किस का इशारा भी किया. जहां महिला सांसद भी बैठी थीं. इसके अलावा संसद में हिंदू भावना को आहत करने बाले भाषण भी घमंडिया गिरोह की ओर से दिये गये.”
हिन्दू विरोधी बयानों पर भी हो कार्रवाई
बीजेपी सांसद ने आगे कहा, “पिछले दिनों पिछड़े वर्ग के हितैषी दिखने वाले राहुल गांधी सहित कई नेता, भारत माता की जय का विरोध करने वाले और प्रधानमंत्री को नीच बोलने बाले दानिश अली के मामले में पिछड़े वर्ग के बिधूड़ी के खिलाफ खड़े दिखाई दिये. ये वही लोग हैं जो आतंकवादी को फांसी देने पर रात में सुप्रीम कोर्ट खुलवा देते हैं और मरने पर रात भर रोते हैं, इसलिए कि वो आतंकवादी विशेष समुदाय के हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “ये पिछड़े वर्ग के सांसद की एक गलती भी माफ करने को राजी नहीं. सदन में स्वयं बीजेपी के वरिष्ठ नेता द्वारा सार्वजनिक खेद व्यक्त किया गया और माना कि सदन में मर्यादा का ध्यान रखना चाहिये, लेकिन धार्मिक टिप्पणी कर हिंदुओं की भावना को आहत कर मर्यादा का हनन करने वाले राहुल गांधी समेत घमंडिया के सांसदों की भी जांच कर उन पर कार्रवाई हो. इसीलिये तो कहते हैं कि तुष्टिकरण भारत छोड़ो.”
साभार : एबीपी न्यूज़
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