अमरावती. अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा से ठीक 6 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के आंध्र प्रदेश-केरल दौरे पर हैं। मंगलवार को उन्होंने लेपाक्षी पहुंचकर 486 साल पुराने वीरभद्र मंदिर में पूजा की। मंदिर परिसर में बैठकर पीएम मोदी ने राम भजन भी किया और रंगनाथ रामायण पर आधारित कठपुतलियों के जरिए प्रदर्शित रामकथा भी देखी।
इसके बाद, पीएम मोदी सत्यसाई जिले के पलासमुद्रम पहुंचे। जहां उन्होंने नेशनल एकेडमी ऑफ कस्टम, इनडायरेक्ट टैक्स एंड नार्कोटिक्स (NACIN) इंस्टीट्यूट का इनॉगरेशन किया। यहां मोदी ने कहा कि आज पूरा देश राममय है। खुद महात्मा गांधी भी देश में राम राज्य की बात करते थे। उन्होंने कहा था- राम राज्य का विचार ही सच्चे लोकतंत्र का विचार है।
आंध्रप्रदेश के बाद पीएम मोदी 17 जनवरी की सुबह केरल के गुरुवयूर मंदिर में पूजा और दर्शन करेंगे, साथ ही शाम 7:15 बजे केरल के कोच्चि में रोड शो भी करेंगे। आज कल पूरा देश राममय है, रामभक्ति में सराबोर है, लेकिन प्रभु श्रीराम का जीवन विस्तार, उनकी प्रेरणा, आस्था, भक्ति के दायरे से कहीं ज्यादा है। प्रभु राम सामाजिक जीवन में सुशासन के ऐसे प्रतीक हैं, जो आपके संस्थान के लिए भी बहुत बड़ी प्रेरणा बन सकते हैं।
पहले हमारे यहां प्रोजेक्ट्स को अटकाने, लटकाने और भटकाने की प्रवृत्ति रही है, जिस कारण से देश को बहुत नुकसान हुआ है। पहले बिजनेस से जुड़े लोगों को परेशान किया जाता था। हमने GST के रूप में देश को नई व्यवस्था दी। इनकम टैक्स को आसान बनाया। इन सारे रिफॉर्म के कारण आज देश में रिकॉर्ड टैक्स कलेक्शन हो रहा है। जब सरकार का कलेक्शन बढ़ा है, तो सरकार जनता का पैसा कई योजनाओं के जरिए जनता को लौटा भी रही है। बीते 10 साल में हमारी सरकार ने लागत का ध्यान रखा है और योजनाओं को समय पर पूरा करने पर जोर दिया है।
2014 में 2 लाख तक की इनकम टैक्स फ्री थी। हमने इसे बढ़ाकर 7 लाख पहुंचा दिया। 2014 के बाद से हमारी सरकार ने जो टैक्स में छूट दी और सुधार किए, उससे करीब ढाई लाख रुपए टैक्स की बचत जनता को हुई है। बीते सालों में टैक्स देने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हमने जो जनता से लिया उसे जनता के चरणों में समर्पित कर दिया। यही राम राज्य का संदेश है। नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक हमारी सरकार के पिछले 9 साल के दौरान करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। जिस देश में दशकों तक गरीबी हटाओ के नारे दिए जाते रहे, उस देश में 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना ऐतिहासिक है।
आपको इस बात को हमेशा याद रखना है। NACIN का रोल देश को आधुनिक इकोसिस्टम देने का है। जो देश में व्यापार को आसान बना सके। जो टैक्स कस्टम, नार्कोटिक्स के माध्यम से देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रमोट करे। जो गलत प्रैक्टिस से सख्ती से निपटे। मैं युवा ट्रेनी अफसरों से भी मिला। ये अमृतकाल को नेतृत्व देने वाले कर्मयोगियों की पीढ़ी है। आपको सरकार से जो शक्तियां मिली हैं, उसके इस्तेमाल की प्रेरणा भी राम से ही मिलेगी। कई बार लोग अपने कर्तव्य अपनी शपथ को भूल जाते हैं।इसलिए आप सभी अपने कार्यकाल में प्रभु राम की कही बात याद रखें।
अब जानिए क्या है NACIN
आंध्र प्रदेश में NACIN की स्थापना को केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2014 के तहत मंजूरी दी थी। 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैंपस के भूमि भूजन में हिस्सा लिया था। तब निर्मला ने कहा था कि इंस्टीट्यूट के लिए पहले चरण में 729 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे। IAS अधिकारियों को जिस तरह मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी और IPS अधिकारियों को हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल एकेडमी में ट्रेनिंग दी जाती है। उसी तरह आंध्र प्रदेश के पलासमुद्रम में बना NACIN इंस्टीट्यूट IRS अधिकारियों को ट्रेनिंग देगा।
क्यों खास है लेपाक्षी
लेपाक्षी, आंध्रप्रदेश के सत्यसाई जिले का एक गांव है। यहां बना भगवान शिव का वीरभद्र मंदिर करीब 486 साल पुराना है। मंदिर को ‘हैंगिंग पिलर टेंपल’ के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में कुल 70 खंभे हैं, जिसमें से एक खंभा जमीन से जुड़ा नहीं है। वो रहस्यमयी तरीके से हवा में लटका हुआ है। रामायण में भी इसका खास महत्व है। दरअसल, जब रावण माता सीता का अपहरण कर रहा था तो उससे युद्ध के बाद जटायु घायल होकर यहीं गिर पड़ा था। मरते हुए जटायु ने भगवान राम को बताया था कि माता सीता को रावण दक्षिण की ओर ले गया है।
15 दिन पहले भी केरल आए थे पीएम
इससे पहले पीएम मोदी 2 जनवरी को भी केरल के त्रिशूर में BJP महिला सम्मेलन में आए थे। 43 मिनट के संबोधन में पीएम ने कहा- आज कल देश में मोदी की गारंटी की चर्चा है, लेकिन मैं मानता हूं कि देश की नारी शक्ति विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि की सबसे बड़ी गारंटी हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जनवरी को महाराष्ट्र पहुंचे थे। यहां सबसे पहले उन्होंने नासिक में डेढ़ किमी का रोड शो किया था। इसके बाद कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना की। मोदी ने दक्षिण की गंगा कही जाने वाली गोदावरी में गंगा पूजा भी की थी।
प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर नासिक में 27वें नेशनल यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन किया। फिर मुंबई में अटल सेतु उद्घाटन किया। इसके बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अटल सेतु, विकसित भारत की तस्वीर है। विकसित भारत कैसा होने वाला है, उसकी एक झलक है।
साभार : दैनिक भास्कर
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