नई दिल्ली. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं. अमेरिकी दौरे पर राहुल गांधी ने सिखों पर कुछ ऐसा कहा, जिस पर अब बीजेपी हमलावर नजर आ रही है. राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “…मैं पिछले 60 सालों से भी ज्यादा समय से पगड़ी और कड़ा पहन रहा हूं और मुझे आज तक ऐसा कोई नहीं मिला जो कहे कि उसे पगड़ी और कड़ा पहनने में कोई दिक्कत है. यह उनके (राहुल गांधी के) पिता के समय की बात है जब नरसंहार हुआ था. हमारे 3000 लोग मारे गए थे…ऐसा नहीं है कि उन्हें इन सब बातों की जानकारी नहीं है…वे काफी समय से राजनीति में हैं. इसलिए उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अगर वह देश के बाहर या देश के अंदर भी इस तरह का बयान देंगे तो उन पर हंसी ही आएगी. यह एक ऐसा बयान है जिसकी कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए…वे देश के बाहर रहने वाले हमारे भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं…वे बिना किसी आधार के बयान दे रहे हैं…”
राहुल गांधी के किस बयान पर हंगामा
राहुल ने अमेरिका में एक सिख व्यक्ति से पूछा, ‘‘मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है.” कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारा जा सकते हैं या नहीं. लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है.” राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं. शनिवार से शुरू हुई उनकी यात्रा का पहला पड़ाव डलास था और वह सोमवार को वाशिंगटन पहुंचे.
राहुल गांधी ने आरएसएस को अमेरिका में घेरा
अमेरिका में राहुल गांधी ने आरएसएस की नीतियों और भारत के संदर्भ में उसके दृष्टिकोण की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस वस्तुत: यही कहता है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं. कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से तुच्छ हैं. कुछ धर्म दूसरे धर्मों से कमतर हैं. कुछ समुदाय दूसरे समुदायों से हीन हैं। इसी बात की लड़ाई है.” उन्होंने कहा कि अंतत: ये मुद्दे लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्र तक पहुंच जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘…आरएसएस की यह विचारधारा है कि तमिल, मराठी, बांग्ला, मणिपुरी, ये सभी तुच्छ भाषाएं हैं, लड़ाई इसी बात की है.” उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लड़ाई इस बारे में भी है कि हम किस प्रकार का भारत चाहते हैं.”
अमेरिका में इंडिया पर राहुल गांधी ने बोलीं ये बात
इसी के साथ राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि आप चाहे किसी भी क्षेत्र से हों, ‘‘आप सभी का अपना इतिहास है, आप सभी की अपनी परंपरा है, आप सभी की अपनी भाषा है और उनमें से प्रत्येक उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि कोई अन्य.” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भारत की ‘‘समझ” नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत राज्यों का एक संघ है और संविधान में यह स्पष्ट तौर पर लिखा है. ‘इंडिया’ अर्थात ‘भारत’ राज्यों का एक संघ है. इसका मतलब है कि यह भाषाओं, परंपराओं, ऐतिहासिक चीजों आदि का संघ है.” उन्होंने आरएसएस का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा, ‘‘वे कहते हैं कि यह (भारत) एक संघ नहीं है, ये अलग चीजें हैं. इन सबमें सिर्फ एक चीज बेहद महत्वपूर्ण है, जिसका मुख्यालय नागपुर में है.”
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने उन्हें ‘‘भारत का दूत” कहा. उन्होंने कहा, ‘‘आप इन दो महान राज्य संघों के बीच सेतु हैं, आप हमें बेहद गौरवान्वित करते हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘हम उन कठिनाइयों और संघर्षों को समझते हैं जिनसे आपको जूझना पड़ता है. यह आसान नहीं है. लेकिन जब आप यहां आए तो आप पूरी विनम्रता के साथ आए, सम्मान के साथ आए और स्नेह के साथ आए.” कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा की प्रणाली में एक व्यक्ति की दो पहचान नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘आप एक ही वक्त में भारत और एक ही वक्त में अमेरिका नहीं हो सकते हैं. हमारी लड़ाई इसी बात के लिए है. हम भारत में यही करने का प्रयास कर रहे हैं.” राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हम कहते हैं, नफरत नहीं फैलाओ, प्यार फैलाओ. अहंकारी मत बनो, विनम्र बनो. लोगों का अपमान नहीं करो, उनका सम्मान करो. परंपराओं, धर्मों, भाषाओं और समुदायों का सम्मान करो.”
साभार : एनडीटीवी
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