गुरुवार, दिसंबर 19 2024 | 07:41:38 AM
Breaking News
Home / राज्य / उत्तरप्रदेश / हिन्दुओं की हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रहे समाज को आत्ममंथन करना चाहिए : विहिप

हिन्दुओं की हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रहे समाज को आत्ममंथन करना चाहिए : विहिप

Follow us on:

लखनऊ. बहराइच में दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा में युवक गोपाल मिश्रा की गोली मारकर नृशंस हत्या पर आक्रोशित विहिप ने मुस्लिम समुदाय को चेताते हुए कहा कि अगर देशभर में हिंदू समाज भी इस तरह से जवाब देने लग गया तो परिणाम क्या होगा? वह उलट आएगा। साथ ही हत्या को सही बताने और हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रहे समाज से जोर देकर कहा कि यह उनके लिए आत्ममंथन का वक्त है। विहिप (विश्व हिंदू परिषद) के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि बहराइच में जिस प्रकार से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा पर हमला किया गया। एक व्यक्ति को पकड़कर मस्जिद में खींचा गया और यातना देकर मारा गया। उसे गोलियां भी मारी गईं। वह हिंदू समाज के लिए बड़ी चुनौती की तरह है।

हर त्योहार तनाव से गुजर रहा

उन्होंने कहा कि बहराइच ही क्यों, पूरे देश में यही ट्रेड चल पड़ा है। कभी शोभायात्राओं पर, कभी गरबा पंडाल में, कभी गणेश पूजन पर हमले हो रहे हैं। हमारा हर त्योहार तनाव से गुजर रहा है। इसे हमारा समाज स्वीकार नहीं करेगा। चिंता और बढ़ जाती है जब मुस्लिम समाज के नेता इस महापाप को ढकने की कोशिश करते हैं।

अगर देना लगा जवाब तो…

उन्होंने कहा कि अगर इसी ढंग से हिंदू भी सोचने लगा कि हिंदू बहुल क्षेत्रों से, मंदिरों के आगे से मुस्लिमों की धार्मिक यात्राएं नहीं निकलेंगी तो फिर क्या होगा? इसलिए अपनी मानसिकता बदलें। हिंदू समाज भी उसी भाषा में जवाब देने लगा तो परिणाम विपरीत होंगे।

बहराइच में क्या हुआ था?

बहराइच जिले के रामगांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में रविवार को पहुंचा था। धार्मिक स्थल के सामने डीजे बजाने पर समुदाय विशेष के लोगों ने रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे आक्रोश फैल गया। इसके विरोध में प्रदर्शन के साथ आगजनी और पथराव हुआ था। हरदी पुलिस ने विरोध कर रहे बहुसंख्यक समाज के लोगों पर ही जमकर लाठियां भांजी। कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद बाद भोर में शव घर पहुंचा। यहां तहसीलदार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।

गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। बवाल के बाद पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लेना शुरू किया है। प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात है। अधिकारियों से वार्ता चल रही है।

साभार : दैनिक जागरण

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

संभल में मिला 1982 के दंगों के चलते बंद हुआ बालाजी का मंदिर

लखनऊ. हयातनगर थाना क्षेत्र के सरायतरीन मोहल्ला कच्छावान में 1982 के दंगों के चलते बंद …