भोपाल. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपनी नई टीम बना ली है। प्रदेश कार्यकारिणी बनते ही कई नेताओं ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। अब प्रदेश के सीनियर नेता अजय सिंह राहुल ने इस पर सवाल उठाएं हैं। साथ ही कह दिया है कि कांग्रेस का भगवान ही मालिक है। ऐसे में अजय सिंह राहुल को लेकर अटकलें भी तेज हो गई हैं कि क्या वह भी बीजेपी का रुख कर सकते हैं। बीते कुछ महीनों में उनकी बीजेपी नेताओं से मुलाकात होते रही है।
कार्यकारिणी से नाराज हैं अजय सिंह राहुल
उन्होंने कहा कि जिनकी वजह से दुर्दशा है और उन्हीं के कहने पर कांग्रेस की कार्यकारिणी बनेगी तो कांग्रेस का भगवान ही मालिक हैं। एमपी में कांग्रेस को सत्ता से बाहर हुए 20 साल हो गए हैं, उन्हीं लोगों की वजह से पार्टी की यह हालत है। यह कांग्रेस पार्टी का दुर्भाग्य है। अजय सिंह राहुल ने कहा कि अब जिन्होंने कार्यकारिणी बनाई है, उनसे जाकर पूछिए कि सबकी राय ली है या नहीं।
उन्हीं की आज भी चल रही है…
अजय सिंह राहुल ने बिना नाम लिए हमला किया है। वह कह रहे हैं कि किन शीर्ष नेताओं की वजह से एमपी में कांग्रेस की बुरी हालत हुई है। यह सब जानते हैं। ऐसे में आज भी उन्हीं की चल रही है तो समझ लीजिए कि क्या हाल होगा।
एक व्यक्ति एक पद का भी नहीं हुआ पालन
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल का कहना है कि पार्टी में एक व्यक्ति एक पद फॉर्म्युला का भी पालन नहीं हुआ है। वह कह रहे हैं कि एक व्यक्ति के पास चार-चार पद हैं। ऐसे उदाहरण बहुत सारे हैं। जिन लोगों ने इनके नाम दिए, जिन्होंने बनाया है, ये सारी चीजें उन्हें सोचना चाहिए था। इतने दिनों बाद कार्यकारिणी का गठन हुआ है और फिर भी ऐसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच सही नहीं है। सीधी, रीवा और सिंगरौली को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। अजय सिंह राहुल ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि कितने लोग हो। सवाल यह है कि इसमें जो लोग रहें, वह संगठन को कितना समय देंगे। कोई विधायक विधानसभा में रहेंगे कि संगठन में काम करेंगे।
नाम का भी करूंगा खुलासा
अजय सिंह राहुल ने कहा कि मैं हर स्तर पर अपनी बात को रखूंगा। आलाकमान के सामने भी रखूंगा। साथ ही कहा कि आने वाले दिनों में उन लोगों के नाम भी बता दूंगा, जिनकी वजह से संगठन की दुर्दशा हुई है।
क्या अजय सिंह राहुल लेंगे बड़ा फैसला
कथित तौर पर यह कहा जाता रहा है कि लंबे समय से अजय सिंह राहुल कांग्रेस में हाशिए पर चल रहे हैं। पार्टी में उनकी पूछ परख कम हो गई है। शायद यही वजह है कि वह मुखर होकर अपनी बात रख रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि अन्य बड़े नेताओं की तरह वह भी नाराज होकर कोई बड़ा कदम उठाएंगे। इसे लेकर एमपी की राजनीति में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में जीतू पटवारी ने जो नई समिति बनाई है, उसमें 177 सदस्य हैं। इनमें 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, 16 सदस्य, 33 स्थायी आमंत्रित और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। हालांकि कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को इस समिति में जगह नहीं मिली है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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