भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव और भी कई अवसरों पर इतिहास के पुनर्लेखन पर जोर दिया है। तब से मेरे मन में एक प्रश्न है कि इसकी आवश्यकता मोदी जी को क्यों लगती है? हमारा इतिहास किसने …
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