– प्रहलाद सबनानी मां भारती को अंग्रेजी शासनकाल की दासता की यन्त्रणा से मुक्त कराने हेतु जनजातीय समाज ने अंग्रेजों को नाको चने चबवा दिए थे। दरअसल, जनजातीय समाज चूंकि बहुत घने जंगलों में निवास करता था अतः वह अंग्रेजों की पकड़ से कुछ दूर ही रहा, हालांकि समय समय …
Read More »जनआक्रोश के कारण अंग्रेज नहीं दे सके थे आजाद हिन्द फौज के सैनिकों को सजा
– सारांश कनौजिया स्वतंत्रता पूर्व कांग्रेस के अधिवेशनों में अध्यक्ष का चुनाव होता था। ऐसे ही अधिवेशनों में कुछ गरम दल के लोग भी अध्यक्ष बने, जिनमें 1920 में विशेष सत्र में लाला लाजपत राय थे, जिन्हें इसी वर्ष हटाकर दूसरा अध्यक्ष चुन लिया गया। 1938 में सुभाष चन्द्र बोस …
Read More »भारत का स्वतंत्रता संग्राम
– सारांश कनौजिया 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले अग्रेजों से हुए संघर्ष ऐसा माना जाता है कि 1857 में भारतीय स्वतंत्रता के लिए पहला संग्राम हुआ था। लगभग पूरे देश में एक साथ इतना बड़ा विद्रोह संभवतः पहली बार हुआ हो लेकिन इसका एक दूसरा पक्ष भी है। …
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