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पीयूष गोयल ने की सैन फ्रांसिस्को बे एरिया में परियोजनाओं के निवेशकों के साथ बातचीत

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नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने आज सैन फ्रांसिस्को के बे एरिया में परियोजनाओं के निवेशकों के साथ बातचीत की। गोयल ने बैठक के बारे में ट्वीट किया, ‘सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में परियोजनाओं के निवेशकों के साथ परस्पर बातचीत में शामिल हुआ। उन्हें उत्साहित भारतीय स्टार्ट अप परितंत्र के साथ और अधिक गहराई से जुड़ने और व्यापक साझीदारी करने के लिए प्रोत्साहित किया। ‘‘ गोयल ने उन्हें बड़े पैमाने पर सहायता करने और सफल होने में मदद करने के लिए आरंभिक चरण की भारतीय स्टार्ट अप्स के संरक्षण पर विचार करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।

पीयूष गोयल ने आज सैन फ्रांसिस्को में जीस्कैलर के सीईओ जय चौधरी से भी मुलाकात की। गोयल ने ट्वीट किया, ‘‘भारत डिजिटल स्पेस में लगातार आगे बढ़ रहा है, देश में एक सुरक्षित और सुदृढ़ डिजिटल इंडिया सुनिश्चित करने के लिए देश में साइबर सुरक्षा को और अधिक विस्तारित करने के तरीकों पर चर्चा की।‘‘  गोयल ने सर्विस नाउ के सीईओ बिल मैकडरमोट से भी बातचीत की। गोयल ने ट्वीट किया, ‘‘जैसे-जैसे भारत में डिजिटल तकनीक आगे बढ़ रही है, इस पर चर्चा हुई कि कैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग का चलन एक सॉफ्टवेयर को एक सेवा बाजार के रूप में तेजी से बदल रहा है और पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की भारत की यात्रा में तेजी ला रही है।‘‘

गोयल ने इससे पहले आज सुबह स्टैंडर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के संकाय तथा छात्रों को भी संबोधित किया था। उन्होंने टीआई सिलिकॉन वैली, आईआईटी स्टार्ट अप्स तथा भारतीय समुदाय केंद्र के सहयोग से वाणिज्य दूतावास की मेजबानी में आयोजित भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में भी भाग लिया था। बाद में, मीडिया से बातचीत करते हुए गोयल ने कहा कि बे एरिया भारत और भारतीय कंपनियों तथा स्टार्ट अप्स द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली संभावनाओं को लेकर बहुत उत्साहित है। उन्होंने कहा कि वे 1.3 बिलियन लोगों के भारत के विशाल बाजार में भी असीम संभावनाएं देखते हैं।

उन्होंने मेंटरशिप में सुधार के लिए स्व रोजगार तथा प्रतिभा उपयोग (सेतु) स्कीम जैसे सरकार द्वारा उठाये गए कई कदमों तथा रूपांतरकारी और अपस्किलिंग पहलों के बारे में भी जानकारी दी। गोयल ने यह भी कहा कि स्टार्टअप परामर्शी परिषद के तत्वाधान में श्रेणी 2 एवं श्रेणी 3 शहरों में मेंटरशिप पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। साइबर सुरक्षा कंपनी जीस्कैलर के सीईओ के साथ अपनी बातचीत का उल्लेख करते हुए, गोयल ने कहा कि पूरी दुनिया साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों से जूझती रही है। उन्होंने कहा कि सरकार भारत के साइबर क्षेत्र को सुरक्षित करने की दिशा में उल्लेखनीय रूप से प्रयास करती रही है और यह भी कहा कि बे एरिया में साइबर सुरक्षा कंपनियों के साथ साझीदारियां इस प्रयास को तेजी से सफल बनाएंगी।

सेमीकंडक्टर नीति पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, गोयल ने कहा कि भारत कई महीने पहले ही सेमीकंडक्टर नीति बना चुका है जिसमें कंपनियों को विनिर्माण के लिए भारत आने तथा संयंत्र स्थापित करने के लिए बहुत ही उदार प्रोत्साहन प्रस्तुत किए गए थे। उन्होंने कहा कि हमारे पास डिजाइन में पहले से ही एक अच्छा परितंत्र और एससी आपूर्ति श्रंखला के कई तत्व हैं। हमारी कई कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है और उनमें से कई भारत में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखा रही हैं। गोयल ने आश्वासन दिया कि भारत घरेलू सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के बारे में बहुत गंभीर है।

प्रश्नों के उत्तर में, गोयल ने भारतीय उत्पादों, विशेष रूप से जो एक जिला एक प्रोग्राम, ओडीओपी पहल के तहत आते हैं, को दुनिया भर में बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित किया। ओडीओपी उत्पादों की पैकेजिंग में सुधार लाने के हमारे प्रयासों का उल्लेख करते हुए, गोयल ने कहा कि पैकेजिंग के रंग रूप को बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी), राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) आदि जैसे उत्कृष्ट संस्थानों को शमिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी विनिर्माताओं को नि:शुल्क जीईएम के साथ जोड़ा जा रहा है और सरकारी निकायों, सहकारी संघों आदि को ओडीओपी उत्पादों, विशेष रूप से, उपहार देने जैसे उद्देश्यों के लिए उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

ओडीओपी तथा ओपेन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के बीच संभावित तालमेल की चर्चा करते हुए, गोयल ने कहा कि ओएनडीसी खरीदार विक्रेता परितंत्र का लोकतंत्रीकरण करेगा और ओडीओपी की सीमाओं का विस्तार करने में सहायता करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि शीघ्र ही एक या दो शहरों में ओएनडीसी की शुरुआत करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह सुनिश्चित करने के सभी प्रयत्न किए जा रहे हैं कि ओएनडीसी आम लोगों के लिए एक अच्छी पेशकश होगी।

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