नई दिल्ली (मा.स.स.). स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही का वित्तीय परिणाम घोषित किया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुक़ाबले प्रचालन के जरिये से अपने कारोबार में 16.4% की वृद्धि हासिल की है। इस तिमाही के दौरान ने सेल ने अब तक के किसी भी तिमाही का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन भी दर्ज किया है।
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही का प्रदर्शन एक नजर में:
इकाई | पहली तिमाही
2022-23 |
पहली तिमाही 2021-22 | |
कच्चा इस्पात उत्पादन | मिलियन टन | 4.33 | 3.77 |
विक्रय मात्रा | मिलियन टन | 3.15 | 3.33 |
प्रचालन से कारोबार | करोड़ रुपया | 24029 | 20642 |
ब्याज, कर, मूल्यह्रास और
परिशोधन से पहले की आय (EBITDA) |
करोड़ रुपया | 2606 | 6674 |
करपूर्व लाभ (PBT) | करोड़ रुपया | 1038 | 5145 |
कर पश्चात लाभ (PAT) | करोड़ रुपया | 776 | 3850 |
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान कंपनी को वैश्विक और घरेलू दोनों स्तरों पर उच्च इनपुट लागत और कमजोर बाजार की मांग की दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिससे कंपनी का प्रदर्शन प्रभावित हुआ। आयातित कोकिंग कोल की कीमतों में वृद्धि के चलते उत्पादन की उच्च लागत ने कंपनी के बॉटम लाइन को प्रभावित किया। स्टील की वैश्विक मांग और कीमतों में गिरावट का सीधा असर घरेलू बाजार और कीमत निर्धारण पर पड़ा। अप्रैल 2022 के माह में अपने शीर्ष पर पहुंचने के बाद से, इस तिमाही के दौरान स्टील की कीमतों पर लगातार दबाव बना हुआ है।
हालांकि, कंपनी ने कहा कि निर्माण और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं ने गति पकड़ी है जिससे इस्पात उत्पादों की मांग को बढ़ावा मिलेगा। कंपनी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान आयातित कोयले की कीमतों में उल्लेखनीय कमी और मांग में तेजी की संभावना के चलते बेहतर प्रदर्शन का भरोसा है।