नई दिल्ली (मा.स.स.). भारत और बांग्लादेश के बीच चौथी वार्षिक रक्षा वार्ता भारत के रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और बांग्लादेश के सशस्त्र बल प्रभाग के प्रधान कार्मिक अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज़-ज़मान की सह-अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित की गई। बातचीत के दौरान अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच चल रहे आपसी रक्षा सहयोग की समीक्षा की और इस तथ्य पर संतोष व्यक्त किया कि कोविड -19 महामारी द्वारा उत्पन्न की गई तमाम कठिनाइयों के बावजूद दोनों देशों का एक-दूसरे के साथ सहयोग बढ़ रहा है।
वार्ता के दौरान मौजूदा द्विपक्षीय सैन्य अभ्यासों और प्रशिक्षण के मुद्दों पर चर्चा की गई और इन अभ्यासों की व्यापकता को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की गई। दोनों पक्षों ने विभिन्न द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहल में हुई प्रगति की समीक्षा की तथा सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। विस्तृत बातचीत के दौरान रक्षा उद्योग और क्षमता निर्माण सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने रक्षा मदों के लिए भारत द्वारा प्रदान की गई 50 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता को लागू करने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
रक्षा सचिव ने संयुक्त राष्ट्र में शांति बनाए रखने के प्रयासों के लिए बांग्लादेशी पक्ष की सराहना की। दोनों देशों के सशस्त्र बल कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग और आगे ले जाना चाहते हैं तथा बढ़ी हुई व्यस्तता दोनों देशों के संबंधों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है। डॉ. अजय कुमार ने आगामी डेफ-एक्सपो 2022 के लिए बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल को भी आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि रक्षा उद्योग के क्षेत्र में दोनों देशों के लिए रक्षा व्यापार, सह-विकास तथा संयुक्त उत्पादन में सहयोग करने हेतु काफी संभावनाएं हैं।