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राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार- 2022 आवेदन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2022 तक बढ़ाई गई

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नई दिल्ली (मा.स.स.). इस्पात मंत्रालय ने राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार- 2022 के लिए आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2022 तक बढ़ा दी है। इससे पहले आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर 2022 निर्धारित की गई थी। इस पुरस्कार योजना के अंतर्गत आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार-एनएमए पोर्टल प्राप्त किए जाएंगे। एनएमए पोर्टल के लिए वेब एड्रेस निम्नलिखित प्रकार से है:-

” https://awards.steel.gov.in/ “

योजना की पृष्ठभूमि: राष्ट्रीय धातुकर्मी दिवस पुरस्कार वर्ष 1962 में तत्कालीन इस्पात और खान मंत्रालय द्वारा धातुकर्म क्षेत्र में धातुकर्मी के उत्कृष्ट योगदान को महत्व देने और सम्मानित करने के लिए स्थापित किया गया था। इसके अंतर्गत संचालन, अनुसंधान, डिजाइन, शिक्षा, अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा संरक्षण के विषय शामिल हैं। पुरस्कार केवल भारतीय नागरिकों को वार्षिक आधार पर दिए जाते हैं। पहला पुरस्कार वर्ष 1963 में और उसके बाद प्रत्येक वर्ष दिया जाता रहा है। इन वर्षों के दौरान पुरस्कार की श्रेणियों की संख्या और पुरस्कार राशि में लगातार संशोधन किया जाता रहा है।

1- योजना का नाम: राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार।

3- उद्देश्य: निर्माण, अनुसंधान, डिजाइन, शिक्षा, अपशिष्ट प्रबंधन, ऊर्जा संरक्षण और आत्मनिर्भार भारत की परिकल्पना के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए उनके विशिष्ट योगदान के क्षेत्रों को शामिल करने वाले लौह और इस्पात क्षेत्र में काम करने वाले धातुकर्मियों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देना है।

3- नामांकन का तरीका: पुरस्कार के लिए नामांकन इस्पात मंत्रालय के पोर्टल या गृह मंत्रालय द्वारा विकसित किए जा रहे केंद्रीकृत पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से आमंत्रित किए जाते हैं। नामांकन कंपनियों/संगठनों के माध्यम से या जनता से स्व-नामांकन के माध्यम से किया जाता है।

4- राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार प्रदान करने की तिथि: प्रत्येक वर्ष 3 फरवरी। (3 फरवरी 1959 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने स्वतन्त्रता के बाद राउरकेला में देश की पहली ब्लास्ट फर्नेस की स्थापना की थी)

5- पुरस्कार और पुरस्कार राशि की संख्या:

क्रम संख्या पुरस्कार का नाम पुरस्कारों की संखा पुरस्कार की राशि
1 लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार 1 शून्य
2 राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार 1 शून्य
3 युवा धातुकर्मी (पर्यावरण विज्ञान) 1 100000 रुपये
4 युवा धातुकर्मी (धातु विज्ञान) 1 100000 रुपये
5 लौह एवं इस्पात क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के लिए पुरस्कार 1 100000 रुपये
कुल योग   5 300000 रुपये
  1. पात्रताशर्तें:
क्रम संख्या पुरस्कार श्रेणी न्यूनतम अनुभव के वर्षों की संख्या आयु सीमा (वर्षों में) योग्यता मानदंड
1 लाइफटाइम 20 न्यूनतम : 50 न्यूनतम: स्नातक की डिग्री

धातुकर्म इंजीनियरिंग/

सामग्री विज्ञान या

समकक्ष

2 राष्ट्रीय

धातुशोधन करनेवाला

 

15 न्यूनतम : 40 न्यूनतम: स्नातक की डिग्री

धातुकर्म इंजीनियरिंग /

सामग्री विज्ञान या

समकक्ष

3 युवा

धातुशोधन करनेवाला

(पर्यावरण

विज्ञान)

05 अधिकतम : 35 न्यूनतम: स्नातक की डिग्री

धातुकर्म इंजीनियरिंग /

सामग्री विज्ञान या

समकक्ष

4 युवा

धातुशोधन करनेवाला

(धातु

विज्ञान)

05 अधिकतम : 35 न्यूनतम: स्नातक की डिग्री

धातुकर्म इंजीनियरिंग /

सामग्री विज्ञान या

समकक्ष

5 लौह एवं इस्पात क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के लिए पुरस्कार

 

10 न्यूनतम: 35 न्यूनतम: स्नातक की डिग्री

धातुकर्म इंजीनियरिंग /

सामग्री विज्ञान या

समकक्ष

  1. मूल्यांकनमानदंड और महत्व: पुरस्कारों के लिए केवल 100 में से 75 के न्यूनतम अंकों पर ही विचार किया जाएगा। पुरस्कारों पर विचार के लिए प्रत्येक श्रेणी के लिए न्यूनतम 5 आवेदन भी होने चाहिए:
क्रम संख्या   विवरण वेटेज अंक
मानदंड 1 कार्य संबंधी प्राप्त उपलब्धियां/विवरण व्यापार की निर्दिष्ट लाइन में प्रदर्शन, परिणाम और प्रभाव 30 प्रतिशत
मानदंड 2 पेशे की सेवा भारत में सार्वजनिक शिक्षा और धातु विज्ञान की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करना; विभिन्न उद्योग, शैक्षणिक और अनुसंधान क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी। 30 प्रतिशत
मानदंड 3 नामांकित व्यक्ति के नियमित रोजगार से अलग समाज और समुदाय की सेवा तकनीकी क्षमता के अलावा, सामान्य रूप से लोगों और समुदाय की समस्याओं के उन्मूलन के उद्देश्य से सामाजिक रूप से सामने आने वाली समस्याओं के निवारण के लिए की गईं सामुदायिक सेवाएं और स्वयंसेवी कार्य। 10 प्रतिशत
मानदंड 4 तकनीकी

प्रकाशन/

पेटेंट/

कॉपीराइट

औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए किए गए और प्रकाशित/उपयोग किए गए कार्यों की समकक्ष पहचान को इंगित करता है। ऐसे लेखों/पेटेंटों का महत्व और गुणवत्ता एक अतिरिक्त योग्यता होगी। 30 प्रतिशत

 

 

  1. चयनप्रणाली: चयन के लिए मूल्यांकन दो स्तरीय प्रणाली के आधार पर किया जाएगा, जिसमें स्क्रीनिंग कमेटी और चयन समिति शामिल हैं।

स्क्रीनिंग कमेटी आवेदनों और सहायक दस्तावेजों की जांच करेगी और पात्रता शर्तों के आधार पर आवेदनों को स्वीकार या अस्वीकार करेगी। इसके अलावा यह कमेटी चयन समिति के लिए आवेदनों की समेकित रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

चयन समिति दस्तावेजों की जांच के बाद निर्धारित मानदंडों के अनुसार अंक प्रदान करेगी और पुरस्कार विजेताओं की सूची की अनुशंसा करेगी।

  1. समितियोंकी संरचना: स्क्रीनिंग/चयन समितियों के सदस्यों में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे जिनके पिछले जीवन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो और जिनकी अच्छी प्रतिष्ठा प्राप्त हो तथा उनके विरुद्ध कुछ भी प्रतिकूल रिपोर्ट न हो। सदस्य प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आवेदकों/प्रायोजक संगठनों से संबंधित नहीं होने चाहिए।

स्क्रीनिंग कमेटी: इस्पात मंत्रालय के अतिरिक्त औद्योगिक सलाहकार की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग समिति के सदस्यों के रूप में उद्योग, अनुसंधान संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों के क्षेत्रीय विशेषज्ञों के एक पैनल का चयन किया जाएगा।

चयन समिति: राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार-एनएमडी पुरस्कार चयन समिति, इस्पात मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में है और अन्य सदस्यों में अतिरिक्त सचिव/संयुक्त सचिव, इस्पात मंत्रालय; महानिदेशक पुरस्कार, गृह मंत्रालय: और उद्योग, अनुसंधान संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों के क्षेत्रीय विशेषज्ञ शामिल हैं।

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