नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 18 अक्टूबर, 2022 को एकीकृत पेंशनभोगी पोर्टल का शुभारंभ किया। भविष्य 9.0 संस्करण वाले इस पोर्टल का विकास भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से किया गया है और इसका उद्देश्य केंद्र सरकार के पेंशनभोगी कर्मचारियों के ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा देना है। शेष बचे हुए सभी 16 पेंशन संवितरण बैंक एकीकृत पेंशनभोगी पोर्टल के साथ अपने एकीकरण की शुरुआत करेंगे।
राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 15 जून, 2022 को भविष्य पोर्टल के लाभार्थियों के साथ बातचीत के दौरान यह सुझाव दिया था कि पेंशनभोगियों के जीवन को आसान बनाने के लिए एकल पेंशनभोगी पोर्टल की स्थापना होनी चाहिए। तदनुसार, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) द्वारा पेंशनभोगियों को एकल पेंशनभोगी पोर्टल प्रदान करने के लिए ‘भविष्य’ पोर्टल का उपयोग आधार पोर्टल के रूप में किया गया और इस एकीकृत पेंशनभोगी पोर्टल को विकसित किया गया। भविष्य पोर्टल को हाल ही में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सेवा वितरण आकलन (एनईएसडीए) ने भारत सरकार के सभी सेवारत पोर्टलों में से तीसरा सर्वश्रेष्ठ पोर्टल का दर्जा प्रदान किया है। इसलिए पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने पूर्णरूपेण डिजिटलीकृत इस पोर्टल का एकीकरण करने के लिए ‘भविष्य’ को बेस पोर्टल के रूप में चुना, जो कि भविष्य में केंद्र सरकार के सभी पेंशनभोगियों के लिए एकल खिड़की बन जाएगा।
एकीकृत पेंशनभोगी पोर्टल में डीओपीपीडब्ल्यू के विभिन्न एकल पोर्टल शामिल हैं जैसे कि भविष्य, सीपीईएनजीआरएएमएस, अनुभव, संकल्प, अनुदान और बैंकों के पोर्टल, जिससे कि एकल खिड़की के माध्यम से कई सेवाएं प्रदान की जा सकें। डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसके शुभारंभ के अवसर पर कहा कि ‘भविष्य’, पेंशन भुगतान और ट्रैकिंग पद्धति के लिए एक पोर्टल, को एसबीआई की पेंशन सेवा पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया है और इसके माध्यम से पेंशनभोगी एक ही लॉगिन में एक ही स्थान पर सभी जानकारी और सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। एकीकरण के सभी चरणों के पूरा होने के बाद, सेवानिवृत्त कर्मचारी ऑनलाइन पेंशन खाता खोलने के लिए अपना बैंक और शाखा का चुनाव कर सकते हैं, अपनी मासिक पेंशन राशि, फॉर्म 16, जीवन प्रमाणपत्र की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही भविष्य पोर्टल के माध्यम से अपने पेंशन संवितरण बैंक को बदल भी सकते हैं।
भारतीय स्टेट बैंक देश का पहला पेंशन संवितरण बैंक है जिसने अपने पेंशन सेवा पोर्टल को रिकॉर्ड समय में ‘भविष्य’ के साथ एकीकृत किया है। सभी पेंशन संवितरण बैंकों के साथ एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस एकीकरण को एक मील का पत्थर कहा जा सकता है क्योंकि यह पेंशनभोगियों को एक ही लॉगिन में एक ही स्थान पर सभी जानकारी और सेवाएं प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा। यह सभी बैंकों को अपनी सेवाएं प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करेगा, जिससे पेंशनभोगी उनके द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं और भौगोलिक स्थिति के आधार पर अपने बैंक का चयन करने में सक्षम बनेंगे। शुरुआत में भविष्य पोर्टल के माध्यम से ये सेवाएं केंद्र सरकार के 1.7 लाख सामान्य पेंशनभोगियों को प्रदान की जाएगी जिस संदर्भ में प्रक्रिया प्रगति पर है और बाद में केंद्र सरकार के सभी पेंशनभोगियों तक इन सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।