गुरुवार, नवंबर 14 2024 | 10:16:00 PM
Breaking News
Home / व्यापार / मार्च 2023 के लिए सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,60,122 करोड़ रुपये रहा

मार्च 2023 के लिए सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,60,122 करोड़ रुपये रहा

Follow us on:

नई दिल्ली (मा.स.स.). मार्च 2023 के महीने में सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,60,122 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी 29,546 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 37,314 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 82,907 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर संग्रहित 42,503 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 10,355 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर संग्रहित 960 करोड़ रुपये सहित) है। चालू वित्त वर्ष में यह चौथी बार है, जब सकल जीएसटी संग्रह 1.5 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है, जो जीएसटी लागू होने के बाद से दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है। इस महीने में अब तक का सबसे ज्यादा आईजीएसटी संग्रह हुआ है।

सरकार ने नियमित निपटान के रूप में आईजीएसटी से सीजीएसटी में 33,408 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 28,187 करोड़ रुपये का निपटान किया है। आईजीएसटी निपटान के बाद मार्च 2023 में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 62,954 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 65,501 करोड़ रुपये है। मार्च 2023 के महीने का राजस्व पिछले साल इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 13% अधिक है। इस महीने के दौरान, पिछले साल इसी महीने की तुलना में माल के आयात से राजस्व 8% अधिक है और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व 14% अधिक है। मार्च 2023 के दौरान रिटर्न दाखिल करने की संख्या अब तक की सबसे ज्यादा है। फरवरी के 93.2% इनवॉयस विवरण (जीएसटीआर-1 में) और 91.4% रिटर्न (जीएसटीआर-3बी में) मार्च 2023 तक दाखिल किए गए, जबकि पिछले साल इसी महीने में ये क्रमशः 83.1% और 84.7% थे।

2022-23 के लिए कुल सकल संग्रह 18.10 लाख करोड़ रुपये है और पूरे वर्ष के लिए औसत सकल मासिक संग्रह 1.51 लाख करोड़ रुपये है। 2022-23 में सकल राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 22% अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 की अंतिम तिमाही के लिए औसत मासिक सकल जीएसटी संग्रह 1.55 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में औसत मासिक संग्रह क्रमशः 1.51 लाख करोड़ रुपये, 1.46 लाख करोड़ रुपये और 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा था। नीचे दी गयी तालिका, मार्च 2022 की तुलना में मार्च 2023 के महीने में प्रत्येक राज्य में संग्रहित जीएसटी के राज्य-वार आंकड़ों को दर्शाती है।

मार्च 2023 के दौरान जीएसटी राजस्व की राज्यवार वृद्धि [1]

(करोड़ रुपये में)

क्रम संख्या राज्य मार्च-22 मार्च-23 वृद्धि (%)
1 जम्मू और कश्मीर 368 477 29.42
2 हिमाचल प्रदेश 684 739 8.11
3 पंजाब 1,572 1,735 10.37
4 चंडीगढ़ 184 202 10.09
5 उत्तराखंड 1,255 1,523 21.34
6 हरियाणा 6,654 7,780 16.93
7 दिल्ली 4,112 4,840 17.72
8 राजस्थान 3,587 4,154 15.80
9 उत्तर प्रदेश 6,620 7,613 15.01
10 बिहार 1,348 1,744 29.40
11 सिक्किम 230 262 14.11
12 अरुणाचल प्रदेश 105 144 37.56
13 नगालैंड 43 58 35.07
14 मणिपुर 60 65 9.37
15 मिजोरम 37 70 91.16
16 त्रिपुरा 82 90 10.21
17 मेघालय 181 202 11.51
18 असम 1,115 1,280 14.87
19 पश्चिम बंगाल 4,472 5,092 13.88
20 झारखंड 2,550 3,083 20.92
21 ओडिशा 4,125 4,749 15.14
22 छत्तीसगढ़ 2,720 3,017 10.90
23 मध्य प्रदेश 2,935 3,346 14.01
24 गुजरात 9,158 9,919 8.31
25 दमन और दीव
26 दादर और नगर हवेली 284 309 8.99
27 महाराष्ट्र 20,305 22,695 11.77
29 कर्नाटक 8,750 10,360 18.40
30 गोवा 386 515 33.33
31 लक्षद्वीप 2 3 30.14
32 केरल 2,089 2,354 12.67
33 तमिलनाडु 8,023 9,245 15.24
34 पुदुचेरी 163 204 24.78
35 अंडमान व निकोबार द्वीप समूह 27 37 38.88
36 तेलंगाना 4,242 4,804 13.25
37 आंध्र प्रदेश 3,174 3,532 11.26
38 लद्दाख 23 23 -3.66
39 अन्य प्रदेश 149 249 66.48
40 केंद्र क्षेत्राधिकार 170 142 -16.31
कुल योग 1,01,983 1,16,659 14.39

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन के कारण औद्योगिक उत्पादन की दर में हुई वृद्धि

मुंबई. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन की वजह से देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) सितंबर में …