मुंबई. हाउसिंग फाइनेंस की दिग्गज कंपनी एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का आज विलय हो जाएगा। दोनों कंपनियों को बोर्ड सदस्यों ने शुक्रवार को इस विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। एचडीएफसी बैंक ने एक बयान में कहा है कि एचडीएफसी बैंक के बोर्ड निदेशक और एचडीएफसी लिमिटेड के बोर्ड निदेशक के बीच बातचीत के बाद 13 जुलाई 2023 को एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरधारकों को एचडीएफसी बैंक के शेयर आवंटित कर दिए जाएंगे।
कुल परिसंपत्ति बढ़कर 18 लाख करोड़ रुपए हुई
बोर्ड ने नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर्स को ट्रांसफर करने की तारीख 12 जुलाई तय की है। वहीं सात जुलाई को एचडीएफसी लिमिटेड के कमर्शियल पेपर्स को एचडीएफसी बैंक के नाम पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा। एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में विलय को भारतीय कंपनी जगत की सबसे बड़ी डील बताया जा रहा है।
बता दें कि 4 अप्रैल 2022 को एचडीएफसी बैंक ने अपनी पेरेंट कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड का अधिग्रहण करने का एलान किया था। 40 बिलियन डॉलर में यह डील हुई है, जिसके बाद एचडीएफसी बैंक की कुल परिसंपत्ति बढ़कर 18 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की हो जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मार्च 2023 में दोनों कंपनियों का कुल लाभ करीब 60 हजार करोड़ रुपए रहा था। एचडीएफसी के संयुक्त शेयरों का वेटेज करीब 14 प्रतिश होगा, जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों के वेटेज 10.4 प्रतिशत से भी ज्यादा है।
एचडीएफसी बना दुनिया का चौथा सबसे बड़ा वित्तीय संस्थान
मार्च 2023 में एचडीएफसी लिमिटेड का कुल कारोबार 41 लाख करोड़ रुपए रहा और कंपनी की कुल परिसंपत्ति 4.14 लाख करोड़ रुपए है। विलय के बाद एचडीएफसी बैंक बाजार पूंजीकरण के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा वित्तीय संस्थान बन जाएगा। जेपी मोर्गन चेज एंड कंपनी, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड, बैंक ऑफ अमेरिका कोर्प अभी दुनिया की तीन सबसे बड़े वित्तीय संस्थान हैं।
साभार : अमर उजाला
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