नई दिल्ली (मा.स.स.). केन्द्रीय श्रम और रोजगार और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने जी20 देशों का आह्वान किया कि वे वैश्विक कौशल अंतर, गिग और प्लेटफार्म अर्थव्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सहायता बढ़ाने और उन्हें स्पष्ट रणनीतियों में बदलने के लिए विचार-विमर्श करें। गुवाहाटी, असम में दूसरे रोजगार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) की बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने इस फरवरी में जोधपुर में आयोजित पहली ईडब्ल्यूजी बैठक के दौरान हासिल उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि जी20 प्रतिनिधियों, जानकारी साझा करने वालों और मेहमानों के सामूहिक प्रयास से ईडब्ल्यूजी के प्राथमिकता वाले तीन क्षेत्रों के लिए एक ठोस नींव रखी गई है और जैसा कि पहली बैठक में देखा गया, प्राथमिकता वाले इन क्षेत्रों की जानकारी सभी के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने की प्रतिबद्धता की साक्षी है।
तेली ने कहा कि मंत्रिस्तरीय विज्ञप्ति तैयार होने के बाद अपने देशों में संबंधित मंत्रालय विचार-विमर्श को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि विज्ञप्ति जी20 देशों में इसके अंतिम कार्यान्वयन से वैश्विक अर्थव्यवस्था की भविष्य की दिशा को परिभाषित करने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता वाले प्रमुख क्षेत्रों के ठोस परिणामों की ओर बढ़ने के लिए सामूहिक और रचनात्मक संवाद की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जी20 राष्ट्रों को इन चर्चाओं को अत्यंत सावधानी और जिम्मेदारी के साथ, विश्व स्तर पर करना चाहिए, सार्वजनिक नीति को इस तरह से तैयार करने की आवश्यकता है जिससे यह सबसे कमजोर और उपेक्षित और गरीबों तक सबसे पहले पहुंचे, ताकि उन्हें उचित समय सीमा के भीतर मुख्य धारा में लाया जा सके।
असम के पर्यावरण और वन मंत्री, एक्ट ईस्ट पॉलिसी कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चन्द्र मोहन पटोवारी ने भी सभा को संबोधित किया। जी20 में जनभागीदारी के एक भाग के रूप में श्रम मुद्दों पर छात्रों द्वारा निबंधों के संकलन की भी शुरूआत की गई। बैठक का पहला दिन दीर्घकालिक आर्थिक प्रबंध कार्य समूह, डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य समूह, शिक्षा कार्य समूह, जी20 उद्यमिता अनुसंधान केन्द्र और एल20 बी30 चेयर्स द्वारा प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर केन्द्रित सत्रों का था। दीर्घकालिक आर्थिक प्रबंध कार्य समूह ने पहली प्रस्तुति की अगुवाई की और जी20 फाइनेंस ट्रैक के साथ ईडब्ल्यूजी का सहयोग तीसरी प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्र से संबंधित है, यानी सामाजिक सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सहायता। फाइनेंस ट्रैक द्वारा निपटाए गए प्रमुख मुद्दों में वैश्विक आर्थिक जोखिमों की निगरानी, दीर्घकालिक पूंजी, भविष्य की स्वास्थ्य आपात स्थितियों, तैयारियों और प्रतिक्रिया के लिए वित्तीय सहायता, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अधिक स्थिर और लचीली शासन व्यवस्था में सुधार शामिल हैं।
वर्ष 2021 में स्थापित डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप (डीईडब्ल्यूजी) ने अगली प्रस्तुति दी। दो कार्य समूहों के बीच विभिन्न वैकल्पिक क्षेत्र हैं और इसलिए ईडब्ल्यूजी का डीईडब्ल्यूजी के साथ सहयोग है। शिक्षा कार्य समूह (ईडीडब्ल्यूजी) ने तीसरी प्रस्तुति दी। ईडीडब्ल्यूजी का उद्देश्य तकनीकी उपकरणों, डिजिटलीकरण, सार्वभौमिक गुणवत्ता शिक्षा, और अन्य के माध्यम से अध्ययन परिणामों और समान पहुंच को मजबूत करना है। शिक्षा विषय में विचार-विमर्श के प्रमुख क्षेत्र वैश्विक कौशल अंतर को दूर कर रही ईडब्ल्यूजी की भारतीय अध्यक्षता के तहत प्राथमिकता वाले पहले क्षेत्र को विभाजित करते हैं।
चौथी प्रस्तुति का नेतृत्व जी20 उद्यमिता अनुसंधान केन्द्र (ईआरसी) ने किया। जी20 उद्यमिता कार्य योजना के कार्यान्वयन का नेतृत्व ईआरसी, चीन के सिंघुआ विश्वविद्यालय के साथ-साथ एंटरप्रेन्योरियल रिसर्च सेंटर द्वारा किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक और नीतिगत प्रभाव और उद्यमशीलता और रोजगार परिणामों वाला संस्थान बनना है। जी20 अर्थव्यवस्थाओं पर उद्यमिता अनुसंधान केन्द्र के कार्यों और उपलब्धियों के अपडेट पर एक सत्र हुआ। इन सत्रों के बाद एल20 चेयर (लेबर 20) और बी20 चेयर (बिजनेस 20) की स्थापना बैठकों के परिणामों पर प्रस्तुतियां दी गईं। एल20 दुनिया भर में लाखों श्रमिकों के प्रतिनिधित्व में, जी20 देशों के ट्रेड यूनियन नेताओं को बुलाता है। यह श्रम से संबंधित मुद्दों में सुधार लाने के उद्देश्य से विश्लेषण और नीतिगत सिफारिशों के साथ जी20 के काम में योगदान देता है। B20 वैश्विक व्यापार समुदाय के साथ आधिकारिक जी20 संवाद मंच है। सत्रों के दौरान योग का आयोजन भी किया गया जिसकी सभी सदस्यों ने सराहना की।
इससे पहले दिन में सचिव, श्रम और रोजगार मंत्रालय आरती आहूजा ने जी20 की भारत की अध्यक्षता के तहत 3 से 5 अप्रैल 2023 तक गुवाहाटी में हो रही दूसरी बैठक में रोजगार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) के समग्र विचार-विमर्श के बारे में प्रेस को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूजी के पास सभी के लिए मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और नौकरी-समृद्ध विकास के लिए प्राथमिकता वाले श्रम, रोजगार और सामाजिक मुद्दों के समाधान का आदेश पत्र है। उन्होंने जी20 के 19 से अधिक सदस्य देशों, 7 अतिथि देशों और 5 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों यानी अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ), आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) और अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ (आईएसएसए), एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) के 74 प्रतिनिधियों को जानकारी दी जो वर्तमान बैठकों में उपस्थित रहे।
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